
1853 से अब तक की रेल यात्रा की झलक दिखाती दुर्लभ डाक टिकटों की शानदार प्रस्तुति

कोटा। पश्चिम मध्य रेल के महाप्रबंधक कार्यालय, कोटा में भारतीय रेल के स्थापना दिवस के अवसर पर एक विशेष और अनूठी डाक टिकट प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी श्री प्रभात के मार्गदर्शन में आयोजित इस प्रदर्शनी ने दर्शकों को भारतीय रेल की 170 वर्षों की गौरवशाली यात्रा से रूबरू कराया।
इस अनोखी प्रदर्शनी में डाक टिकट संग्रहकर्ता श्री अरविन्द मलिक द्वारा वर्ष 1853 से लेकर अब तक भारतीय रेल से संबंधित जारी किए गए विभिन्न डाक टिकटों का दुर्लभ संग्रह प्रस्तुत किया गया। प्रदर्शनी में पहली यात्री रेल सेवा, विद्युत कर्षण के 75 वर्ष तथा भारतीय रेल के 150 वर्ष पूर्ण होने जैसे ऐतिहासिक अवसरों पर जारी डाक टिकट प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहे।

इस प्रदर्शनी का आयोजन मुख्य कार्मिक अधिकारी (प्रशासन) श्री एस. डी. पाटीदार के निर्देशन एवं मुख्य कार्मिक अधिकारी (आईआर) श्री अजय कुमार दीक्षित के संरक्षण में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ उप मुख्य कार्मिक अधिकारी (मुख्यालय) द्वारा किया गया।
डाक टिकटों की इस प्रदर्शनी में भारतीय रेल की विरासत, प्रौद्योगिकीय उन्नति एवं सामाजिक योगदान की अद्वितीय झलक देखने को मिली। इसमें उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भारतीय रेल की समृद्ध ऐतिहासिक यात्रा को डाक टिकटों के माध्यम से नजदीक से देखा और सराहा।
कार्यक्रम में उप मुख्य कार्मिक अधिकारी (आईआर) श्री संजय कुमार, सहायक कार्मिक अधिकारी (कल्याण) श्री अभय कुमार गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में रेलकर्मचारी उपस्थित रहे।
इस प्रदर्शनी ने न केवल भारतीय रेल की विरासत को सम्मानित किया बल्कि वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को इसके ऐतिहासिक महत्व से अवगत कराने की दिशा में भी एक सार्थक प्रयास किया।
