
(मंदसौर: 17 मार्च 2025 कैलाश विश्वकर्मा 23:23 IST) मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के शामगढ़ थाना अंतर्गत ग्राम चंदवासा में रविवार की रात गौहत्या की घटना के बाद चंदवासा में तनाव का माहौल बना हुआ है। सोमवार को हिंदू संगठनों ने पूरे दिन विरोध प्रदर्शन किया और बाजार पूरी तरह बंद रहे। संगठनों ने दोषियों की गिरफ्तारी और अवैध मांस दुकानों को हटाने की मांग को लेकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।


गौहत्या की घटना के बाद बढ़ा आक्रोश
रविवार रात चंदवासा में गौमाता का क्षत-विक्षत शव मिलने से हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। देखते ही देखते लोगों की भीड़ जमा हो गई और प्रशासन से दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की जाने लगी। सोमवार सुबह 11 बजे फिर से धरना प्रदर्शन शुरू हुआ, जो शाम तक जारी रहा।

हिंदू संगठनों की प्रमुख मांगें
ज्ञापन में हिंदू संगठनों ने निम्नलिखित मांगें रखीं:
- दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी: गौहत्या में संलिप्त आरोपियों के नाम सार्वजनिक किए जाएं और सख्त से सख्त कार्रवाई हो।
- अवैध मांस दुकानों को हटाया जाए: चंदवासा के डाक बंगले से अस्पताल बाउंड्री तक अवैध रूप से संचालित मांस-मटन की दुकानों को हटाया जाए।

- नगर में पूर्ण बंद: जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक चंदवासा और आसपास के गांवों में बाजार बंद रहेगा।
- अवैध अतिक्रमण पर कार्रवाई: हिंदू संगठनों का आरोप है कि गौहत्या जैसी घटनाएं अवैध दुकानों की आड़ में हो रही हैं, इसलिए इन सभी दुकानों को हटाया जाए।
- असामाजिक तत्वों पर नकेल कसी जाए: शाम होते ही इन अवैध दुकानों पर असामाजिक तत्वों की भीड़ जुटती है, जिससे क्षेत्र में असुरक्षा का माहौल बनता है।

प्रशासन ने की कार्रवाई
धरना प्रदर्शन के दौरान गरोठ एसडीएम चंद्रसिंह सोलंकी, एडिशनल एसपी हेमलता कुरील, सीतामऊ एसडीओपी दिनेश प्रजापति, शामगढ़ तहसीलदार राकेश बरडे ,सुवासरा थाना प्रभारी कमलेश प्रजापति , शामगढ़ थाना प्रभारी धर्मेंद्र शिवहरे, भानपुरा थाना प्रभारी आरसी डांगी गरोठ थाना प्रभारी मनोज महाजन, चंदवासा चौकी प्रभारी विकास गहलोत के साथ पूर्व में चंदवासा चौकी प्रभारी रह चुके वर्तमान में मंदसौर पदस्थ शैलेंद्र सिंह कनेश सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। इस धरने प्रदर्शन को पुलिस द्वारा सीतामऊ एसडीओपी दिनेश प्रजापति के निर्देशन में शुरू से आखिरी तक पुलिस द्वारा कंट्रोल किया गया ज्ञापन सौंपने के बाद प्रशासन ने कुछ अवैध गुमटियों को हटाने की कार्रवाई की l प्रशासन द्वारा ध्वस्त की गई एक दुकान में बाहर दिखाने के लिए वेल्डिंग का काम किया जा रहा था एवं अंदर बूचड़खाना संचालित किया जा रहा था जिसे भी प्रशासन द्वारा हटाए जाने की कार्रवाई शुरू की
गिरफ्तारी न होने से प्रदर्शनकारियों में नाराजगी
हालांकि, प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांग गौहत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करना थी, लेकिन धरना प्रदर्शन अवैध अतिक्रमण हटाने तक सीमित रह गया। प्रशासन द्वारा अज्ञात लोगों पर प्रकारण दर्ज कर लिया गया है अब तक प्रशासन ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है, लेकिन कोई ठोस गिरफ्तारी नहीं हुई है। इससे हिंदू संगठनों में असंतोष बढ़ गया है और उन्होंने प्रदर्शन को आगे भी जारी रखने की चेतावनी दी है।
क्या आगे होगा?
प्रशासन पर दबाव बना हुआ है कि वह जल्द से जल्द दोषियों को गिरफ्तार करे और क्षेत्र में शांति बनाए रखे। आपको जानकारी के लिए बता दें कि चंदवासा में पूर्व में भी होली का दहन के ऊपर 2008 में विवाद हो गया था जिसमें लगभग 26 लोगों के ऊपर प्रकरण दर्ज हुए थे तब से चंदवासा संवेदनशील माना जाता है lचंदवासा में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं, लेकिन प्रशासन की सख्ती से माहौल को नियंत्रित रखने की कोशिश की जा रही है।
