मंदसौर : सोमवार को दलौदा में शासकीय महाविद्यालय का लोकार्पण करने आ रहे उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव को एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रितिक पटेल के नेतृत्व में नई शिक्षा नीति के विरोध में काले झंडे दिखाने जा रहे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को भाजपा सरकार के इशारे व दबाव में नयाखेड़ा से पुलिस ने गिरफ्तार किया। कई देर तक पुलिस ने एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के साथ झुमा झटटी की उसके बाद पुलिस ने एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को पुलिस वाहन में बिठाकर करीब 4 घंटे तक मंदसौर नीमच हाईवे पर तफरी करवाई ।
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रितिक पटेल ने बताया की भाजपा सरकार की दमनकारी नीति अपनाकर आमजन की आवाज को दबाने का काम कर रही है। जिसका खामियाजा आने वाले चुनावों में भाजपा को भुगतना होगा। हमने पूर्व में भी कई बार ज्ञापन और आंदोलन के माध्यम से उच्च शिक्षा मंत्री अवगत कराया है की नई शिक्षा नीति से छात्रों को कई परेशानी आ रही है इसमें संशोधन करें लेकिन उच्च शिक्षा मंत्री ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया इसलिए उच्च शिक्षा मंत्री के मंदसौर आगमन पर हमने काले झंडे दिखाकर विरोध करने का फैसला किया पुलिस द्वारा हमको बलपूर्वक पकड़ा गया। महिला कांस्टेबल नही होने के बावजूद 3 महिला नेत्रियों को बलपूर्वक गिरफ्तार किया जो की कानूनन अपराध है। जब कानून के रखवाले इस तरह कानून का हनन करने लगे तब हमे यह मान लेना चाहिए की राजा तानाशाही रवैए के साथ शासन कर रहा है। जो की बेहद निंदनीय है
महिला कांग्रेस अध्यक्ष रूपल संचेती, सुनील बसेर, सोनिया जैन, एनएसयूआई संगठन मंत्री आदर्श जोशी, हरीश पाटीदार, सम्यक जैन, अन्नू यादव, दिलीप सिंह, कपिल सुरावत, दुर्गाशंकर धाकड़, अकरम शाह, हरिओम बैरागी, अशफाक मंसूरी, तरुण बलोरा, नशरथ खान, अरबाज मंसूरी, अनिल धनगर, अमन बघेला, अक्षय सेठिया, राहुल बैरागी, समीर मंसूरी सहित बड़ी संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ता उपस्थित थे।