अपराध पर सख्ती, लोक शांति और सुरक्षा को प्राथमिकता

मंदसौर, 18 मार्च 2025 – कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने और लोक शांति बनाए रखने के उद्देश्य से मंदसौर जिला प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाया है। कलेक्टर श्रीमती अदिति गर्ग ने दो आदतन अपराधियों को मध्यप्रदेश राज्य लोक शांति एवं सुरक्षा अधिनियम 1990 की धारा 5(क)(ख) के तहत जिला बदर करने का आदेश जारी किया है।


श्रीमती अदिति गर्ग जिला कलेक्टर मंदसौर
जिला बदर किए गए अपराधी कौन हैं?
मंदसौर जिले में लगातार आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त पाए गए रईस उर्फ भूरा पिता लतीफ धत्तिया एवं शाकीर पिता इस्माइल बटला को जिला बदर किया गया है। दोनों अपराधी मुल्तानपुरा, थाना वायडी नगर, मंदसौर के निवासी हैं। जिला प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार, ये दोनों अपराधी शहर में कई आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे हैं और इनके खिलाफ विभिन्न मामलों में केस दर्ज हैं।
कलेक्टर का कड़ा रुख: अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं
कलेक्टर श्रीमती अदिति गर्ग ने स्पष्ट किया कि जिले में शांति व्यवस्था को भंग करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्हीं के निर्देश पर पुलिस विभाग ने इन दोनों अपराधियों के विरुद्ध सख्त कदम उठाते हुए उन्हें जिला बदर करने की प्रक्रिया पूरी की।
जिला बदर के आदेश के अनुसार, ये दोनों अपराधी मंदसौर जिले की राजस्व सीमा के अलावा नीमच, रतलाम, उज्जैन, आगर मालवा और शाजापुर जिलों की सीमा में भी बिना अनुमति प्रवेश नहीं कर सकते हैं। यदि वे आदेश का उल्लंघन करते हैं, तो उनके खिलाफ और भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जिला बदर क्यों किया जाता है?
जिला बदर की प्रक्रिया उन अपराधियों के खिलाफ अपनाई जाती है, जो बार-बार अपराध करने के आदी होते हैं और जिनकी उपस्थिति समाज की शांति और कानून-व्यवस्था के लिए खतरा बन जाती है। इस कानूनी प्रावधान के तहत ऐसे अपराधियों को एक निश्चित अवधि के लिए जिले से बाहर भेज दिया जाता है, ताकि वे किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल न हो सकें और समाज में शांति बनी रहे।
प्रशासन और पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी
मंदसौर जिला प्रशासन और पुलिस विभाग लगातार अपराधियों पर निगरानी रख रहा है। पिछले कुछ महीनों में प्रशासन ने कई गैंगस्टरों, स्मगलरों और असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई की है।
इससे पहले भी कई अपराधियों को जिला बदर किया जा चुका है, जिससे जिले में अपराधों की संख्या में कमी आई है।
जनता ने किया प्रशासन के कदम का स्वागत
मंदसौर जिले के नागरिकों ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है। लोगों का कहना है कि ऐसे अपराधियों पर सख्ती से कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि शहर में शांति और सुरक्षा बनी रहे।
स्थानीय निवासी अमित शर्मा ने कहा, “प्रशासन की यह पहल बहुत अच्छी है। ऐसे अपराधियों को जिले से बाहर करने से आम नागरिक चैन की सांस ले सकेंगे। हमें उम्मीद है कि प्रशासन भविष्य में भी ऐसे ही कदम उठाएगा।”
आगे क्या होगा?
कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने यह भी संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में अपराधियों की सूची तैयार की जा रही है और जल्द ही अन्य असामाजिक तत्वों के खिलाफ भी इसी तरह की सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अपराध पर प्रशासन की जीरो टॉलरेंस नीति
मंदसौर प्रशासन की यह कार्रवाई यह दर्शाती है कि जिले में अपराध और अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। पुलिस और प्रशासन की यह नीति समाज में लोक शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
निष्कर्ष
मंदसौर में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए जिला प्रशासन का यह कदम सकारात्मक और आवश्यक माना जा रहा है। कलेक्टर अदिति गर्ग द्वारा जिला बदर किए गए इन दो अपराधियों को अब निर्धारित जिलों की सीमा में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। यह कड़ा कदम उन अपराधियों के लिए एक स्पष्ट संदेश है, जो कानून की अवहेलना करते हैं।
आने वाले समय में प्रशासन की इस सख्ती का असर देखने को मिलेगा और आम जनता को एक सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण माहौल मिलने की उम्मीद है।
