
मंदसौर, 5 जुलाई 2025।
राजपूत समाज के संगठन करणी सेना परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर पर भावगढ़ थाने में गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज होने के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शनिवार को शेरपुर अपने हजारों समर्थकों के साथ मंदसौर एसपी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए एफआईआर को झूठा और षड्यंत्र बताया और तत्काल पुलिसकर्मियों के निलंबन की मांग की। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर झूमाझटकी हुई और पुलिस को वाटर कैनन का सहारा लेना पड़ा।

🔴 क्यों हो रहा है करणी सेना का विरोध प्रदर्शन?
करणी सेना का यह विरोध प्रदर्शन उस एफआईआर के खिलाफ है जो 26 जून 2025 को भावगढ़ थाना क्षेत्र के बेहपुर गांव में एक शराब ठेके पर मारपीट, रंगदारी मांगने और SC-ST एक्ट के तहत दर्ज की गई थी। आरोप है कि जीवन सिंह शेरपुर के करीबी लोगों ने ठेका कर्मचारियों से हर महीने 1 लाख रुपये की रंगदारी मांगी और इनकार करने पर मारपीट व जातिसूचक गालियां दीं।
📍 घटना की पृष्ठभूमि
पीड़ित कर्मचारी ऋतिक ने बताया कि वह और उसके साथी कार्यालय में मौजूद थे, तभी पुष्पेंद्र सिंह, इंद्रपाल सिंह और नागेंद्र सिंह वहां पहुंचे। उन्होंने धमकी दी कि जीवन सिंह शेरपुर के आदमी हैं, और अगर ठेका चलाना है तो हर महीने एक लाख रुपए देने होंगे। इनकार पर मारपीट हुई जिसमें कर्मचारी पुष्कर गंभीर रूप से घायल हुआ।
📹 वायरल वीडियो से पुलिस को मिला सबूत
घटना के तुरंत बाद मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके आधार पर पुलिस ने SC-ST एक्ट, रंगदारी, मारपीट, गाली-गलौज जैसी धाराओं में मामला दर्ज किया। मंदसौर कोर्ट ने जीवन सिंह शेरपुर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी कर दिया है।
📌 पुलिस और करणी सेना के बीच बढ़ा तनाव
शनिवार को हजारों समर्थक झंडे, बैनर और नारे लगाते हुए एसपी कार्यालय पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने “एफआईआर वापस लो”, “पुलिस मुर्दाबाद”, “एसपी होश में आओ” जैसे नारे लगाए। जैसे ही पुलिस ने वारंट के आधार पर जीवन सिंह की गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू की, भीड़ उग्र हो गई।
झूमाझटकी शुरू होने पर पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग किया, जिससे स्थिति कुछ देर में नियंत्रण में आई। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने अनशन पर बैठने की चेतावनी दी।

🗣️ जीवन सिंह शेरपुर का बयान
जीवन सिंह शेरपुर ने मीडिया से बात करते हुए कहा:
“प्रशासन हमें जानबूझकर अपराधी साबित करना चाहता है। मैं आरोपियों को जानता जरूर हूं, लेकिन उस घटना से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। जब तक एफआईआर वापस नहीं ली जाती और केस दर्ज करने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित नहीं किया जाता, मैं यहां से नहीं हटूंगा।”

👮 पुलिस प्रशासन की सख्ती
एसपी अभिषेक आनंद ने बताया कि यह कानून व्यवस्था का मामला है और कोर्ट के आदेश का पालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा:
“करणी सेना से जुड़े कुछ लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज हुआ है। कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। कानून सभी के लिए बराबर है। किसी भी हालात में गिरफ्तारी की कार्रवाई पूरी की जाएगी।”
🔎 आरोपियों के नाम और स्थिति
एसपी ने बताया कि मामले में 7 आरोपियों पर केस दर्ज है:
- जीवन सिंह शेरपुर
- पुष्पेंद्र सिंह
- इंद्रपाल सिंह
- नागेंद्र सिंह
- कुलदीप सिंह
- सचिन
- देवी सिंह
इनमें से सभी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। जीवन सिंह शेरपुर के खिलाफ मंदसौर, रतलाम और नीमच जिलों में पहले से 12 मुकदमे दर्ज हैं।
🔐 पुलिस बल की तैनाती और हाई अलर्ट
प्रदर्शन को देखते हुए एसपी कार्यालय, जिले की सीमाओं और मुख्य चौराहों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रदर्शनकारियों की संख्या को देखते हुए प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही, कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है।
📸 करणी सेना प्रदर्शन की तस्वीरें

