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April 30, 2025 2:40 am

चंदवासा में गौहत्या विवाद: प्रशासन और हिंदू संगठनों के बीच अवरोध समाप्त…

शामगढ़ (यशस्वी दुनिया संपादक कैलाश विश्वकर्मा 17.00)रविवार को चंदवासा में गोवंश का शव मिलने के बाद प्रशासन और हिंदू संगठनों के बीच चार दिन तक चला तनाव गुरुवार को समाप्त हो गया। बुधवार को चंदवासा चौकी के घेराव के पश्चात हिंदू संगठनों ने शामगढ़ तहसील बंद करने का आव्हान किया था। इसके परिणामस्वरूप गुरुवार को तहसील पूर्ण रूप से बंद रही। बुधवार रात से ही प्रशासन और हिंदू संगठनों के बीच चर्चा चल रही थी, जिस पर सहमति गुरुवार दोपहर शामगढ़ रेस्ट हाउस में मंदसौर कलेक्टर एकता जायसवाल को ज्ञापन सौंपने के बाद बनी।गरोठ एडिशनल एसपी हेमलता कुरील द्वारा बताया गया कि हिंदू संगठनों के बीच चल रही चर्चा पर सहमति बनी जिसमें मुख्य बिंदु शव की फोरेंसिक जांच एवं जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा इस पूरे मामले की विवेचना के आश्वासन के बाद सहमति बनी

shamgarh me gyapan

घटना का विवरण

16 मार्च 2025 की रात ग्राम चंदवासा में एक गौवंश का सिर कटा शव मिलने से हिंदू संगठनों में भारी आक्रोश फैल गया। इसे हिंदू आस्था पर हमला मानते हुए विभिन्न संगठनों ने घटना की कड़ी निंदा की और प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की। घटना के बाद बड़ी संख्या में लोग सड़क पर उतर आए और चौकी का घेराव कर दिया।

हिंदू संगठनों की मांगें

ज्ञापन में हिंदू संगठनों ने कहा कि:

  • गौहत्या की इस घटना की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए।
  • आरोपियों की पहचान कर उन्हें गौहत्या अधिनियम के तहत दंडित किया जाए।
  • फॉरेंसिक जांच कर सच्चाई सामने लाई जाए।
  • दोषियों की संपत्ति को जब्त कर जमींदोज किया जाए।
  • दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर चल रही गौ-तस्करी पर पूर्ण रूप से रोक लगाई जाए।
  • जिले भर में संचालित अवैध बुचड़खाने बंद किए जाएं।
  • दोषियों के नाम सार्वजनिक किए जाएं और उनका नगर में जुलूस निकाला जाए।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

अपर कलेक्टर एकता जायसवाल ने संगठनों को आश्वासन दिया कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। गरोठ एसडीएम चंदरसिंह सिसोदिया ने कहा कि पुलिस इस घटना को गंभीरता से लेकर सभी पहलुओं की जांच कर रही है।

एसडीओपी दिनेश प्रजापति और एसपी हेमलता कुरील ने स्पष्ट किया कि कानून व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस ने जल्द ही इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट जारी करने की बात कही।

स्थानीय नागरिकों की प्रतिक्रिया

इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखा गया। एक नागरिक ने कहा, “हमारी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है, और हम प्रशासन से सख्त कार्रवाई की उम्मीद करते हैं।” वहीं, कुछ नागरिकों ने शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की।

कुछ लोगों का कहना है कि इस घटना के पीछे किसी गहरी साजिश की संभावना हो सकती है, जिसकी गहन जांच होनी चाहिए। वहीं, व्यापारियों ने भी इस घटना के चलते बाजार बंद होने से हुए नुकसान की ओर प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया।

भविष्य की संभावित कार्रवाई

शामगढ़ तहसील में इस मामले को लेकर अभी भी प्रशासन और हिंदू संगठनों के बीच सतर्कता बनी हुई है। पुलिस लगातार निगरानी रख रही है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।

प्रशासन का कहना है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखी जाएगी। इसके लिए सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने, गौशालाओं की सुरक्षा पुख्ता करने और संदिग्ध गतिविधियों पर विशेष नजर रखने की योजना बनाई जा रही है।

घटना स्थल पर मौजूद प्रशासनिक एवं राजनीतिक अधिकारी

इस अवसर पर अपर कलेक्टर एकता जायसवाल, गरोठ एसडीएम चंदरसिंह सिसोदिया, शामगढ़ तहसीलदार राकेश बर्डे, एसडीओपी दिनेश प्रजापति, एसपी हेमलता कुरील, सुवासरा थाना प्रभारी कमलेश प्रजापति, शामगढ़ थाना प्रभारी धर्मेंद्र शिवहरे, नगर परिषद प्रतिनिधि नरेंद्र कुमार यादव, शामगढ़ मंडल अध्यक्ष नीलकमल, राजेश मेहता, बलवंत सिंह पंवार समेत अन्य प्रशासनिक एवं सामाजिक संगठनों के प्रमुख लोग उपस्थित रहे।

शामगढ़ तहसील में गौहत्या के इस विवाद के बाद चार दिनों तक चला तनाव फिलहाल समाप्त हो गया है, लेकिन इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और समाज के सामने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हिंदू संगठनों की मांगों पर प्रशासन की आगे की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।

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