
अमृतसर, 4 मई 2025 — जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हालिया आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पंजाब पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। अमृतसर से दो संदिग्ध पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार किया गया है, जो भारतीय सेना और एयरफोर्स से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तान को भेजने के आरोप में पकड़े गए हैं। इनकी पहचान पलक शेर मसीह और सूरज मसीह के रूप में हुई है।

सेना की मूवमेंट और एयरफोर्स बेस की तस्वीरें मोबाइल में मिलीं
पंजाब पुलिस के अनुसार, आरोपियों के पास से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है जिसमें भारतीय सेना की मूवमेंट, आर्मी कैंट और एयरफोर्स बेस की तस्वीरें मिली हैं। ये जानकारी पाकिस्तान को भेजी जा चुकी थी। इस मामले में Official Secrets Act के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
ISI से जुड़ाव: जेल में बंद हरप्रीत उर्फ हैप्पी से संपर्क
गिरफ्तार दोनों युवक अमृतसर की जेल में बंद हरप्रीत सिंह उर्फ पिट्टू उर्फ हैप्पी के संपर्क में थे, जो पहले से ही पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में माना जाता है। पुलिस का मानना है कि हरप्रीत के जरिए ही ये दोनों युवक पाकिस्तान की खुफिया गतिविधियों में शामिल हुए।
DGP गौरव यादव ने दी जानकारी, कहा – “राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं”

पंजाब के DGP गौरव यादव ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए सोशल मीडिया पर जानकारी साझा की। उन्होंने कहा, “पंजाब पुलिस भारतीय सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। जो भी राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। हम देश विरोधी गतिविधियों पर सख्ती से कार्रवाई कर रहे हैं।”
DGP ने आगे बताया कि यह मामला अत्यंत संवेदनशील है और पुलिस की स्पेशल यूनिट इसे गंभीरता से जांच रही है। जल्द ही इस मामले में और खुलासे हो सकते हैं।
जांच में सामने आए कई चौंकाने वाले तथ्य
पुलिस की शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि दोनों युवक नशे के आदी हैं और दिहाड़ी मजदूरी करते थे। इसी कारण इन्हें ISI द्वारा लालच देकर जासूसी गतिविधियों में शामिल किया गया होगा, ऐसी आशंका जताई जा रही है। अभी तक पुलिस को इनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है, लेकिन गहन जांच जारी है।
हरप्रीत को लिया जाएगा प्रोडक्शन वारंट पर
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जेल में बंद हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी को प्रोडक्शन वारंट पर लिया जाएगा ताकि उससे पूछताछ कर ISI से उसके कनेक्शन और अन्य साथियों की जानकारी प्राप्त की जा सके। यह भी जांच की जा रही है कि क्या ये नेटवर्क राज्य के अन्य हिस्सों तक फैला हुआ है।
राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
इस घटना के बाद IB, RAW और मिलिट्री इंटेलिजेंस जैसी शीर्ष सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट पर आ गई हैं। अमृतसर जैसे संवेदनशील बॉर्डर क्षेत्र में पाकिस्तान की इस प्रकार की गतिविधियां गहरी साजिश का संकेत देती हैं।
🔴 क्या कहती है यह घटना?
यह घटना न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चेतावनी है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि सीमावर्ती राज्यों में पाकिस्तान लगातार अपने नेटवर्क को सक्रिय करने की कोशिश कर रहा है। पंजाब जैसे राज्य, जहां नशा और बेरोजगारी बड़ी समस्या है, वहां ISI आसानी से युवाओं को फंसा सकती है।
