
नई दिल्ली, 10 अप्रैल 2025:
2008 में मुंबई में हुए भयावह 26/11 आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा की गिरफ्तारी आखिरकार भारत में हो गई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उसे गुरुवार शाम को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGIA) पर औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई अमेरिका से सफल प्रत्यर्पण के बाद की गई, जिसे भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत माना जा रहा है।


कैसे हुई गिरफ्तारी? अमेरिका से लेकर दिल्ली तक की पूरी कहानी
तहव्वुर राणा को अमेरिका के लॉस एंजेलिस से एक विशेष विमान द्वारा नई दिल्ली लाया गया। इस दौरान विमान में NIA और NSG की विशेष टीमें भी मौजूद थीं। जैसे ही राणा दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरा, NIA ने आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं को पूरा कर उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया।
राणा की नागरिकता पाकिस्तानी मूल की है, लेकिन वह कनाडा का पासपोर्ट होल्डर है और लंबे समय से अमेरिका के शिकागो में रह रहा था। अमेरिकी कोर्ट ने भारत की ओर से प्रस्तुत सबूतों को मान्यता देते हुए उसे भारत को सौंपने का फैसला किया था।
राजनीतिक प्रतिक्रिया: एकनाथ शिंदे और किरण बेदी की टिप्पणी
एकनाथ शिंदे का बयान: प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री को धन्यवाद
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ट्वीट करते हुए कहा:
“26/11 के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को भारत लाया गया है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर का अभिनंदन करता हूं। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए भारत सरकार को बधाई।”
किरण बेदी का सुझाव: AI-सहायता से निगरानी और एकांत कारावास
पूर्व IPS अधिकारी और पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल किरण बेदी ने ANI से बातचीत में कहा:
“तिहाड़ जेल में कई खतरनाक आतंकियों को रखा गया है, लेकिन तहव्वुर राणा का मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संवेदनशील है। ऐसे में AI-सहायता प्राप्त निगरानी, एकांत कारावास और एजेंसी इंटरफेसिंग जैसी उच्च स्तरीय सावधानियों की जरूरत है।”
पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी: NIA ने 20 दिन की रिमांड मांगी
तहव्वुर राणा को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया, जहां विशेष NIA अदालत में उसकी हिरासत पर सुनवाई हुई।
NIA ने अदालत से उसकी 20 दिन की पुलिस रिमांड की मांग की, जिसमें बताया गया कि उसके पास राणा के खिलाफ ठोस सबूत हैं, जिनमें उसके भेजे गए ईमेल, बातचीत और अन्य डिजिटल साक्ष्य शामिल हैं।
एजेंसी ने यह भी बताया कि आरोपी डेविड कोलमैन हेडली ने भारत आने से पहले राणा से पूरी साजिश पर चर्चा की थी। हेडली ने एक ईमेल के माध्यम से उसे अपने सामान, वित्तीय जानकारी, और इस साजिश में शामिल इलियास कश्मीरी और अब्दुर रहमान के नाम साझा किए थे।
NIA मुख्यालय में पूछताछ जारी, सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम
तहव्वुर राणा को कोर्ट पेशी के बाद दिल्ली स्थित NIA मुख्यालय ले जाया गया, जहां उससे पूछताछ जारी है। सूत्रों के अनुसार, उसकी भूमिका और संपर्कों की गहराई से जांच की जा रही है। दिल्ली में NIA मुख्यालय के बाहर सुरक्षा के विशेष इंतज़ाम किए गए हैं।
भारत के लिए न्याय की ओर एक और कदम
26/11 के आतंकी हमलों में 166 निर्दोष लोगों की जान गई थी और सैकड़ों घायल हुए थे। यह हमला न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक चेतावनी था। तहव्वुर हुसैन राणा की भारत में गिरफ्तारी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण न्यायिक और कूटनीतिक सफलता है।
अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पूछताछ और जांच में कौन-कौन से नए खुलासे होते हैं और राणा के नेटवर्क के कितने और चेहरे सामने आते हैं।
