आज गायत्री शक्तिपीठ शामगढ़ पर गुरु पूर्णिमा, व्यास पूर्णिमा का पर्व आयोजन 11 कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं अनेक संस्कारों के साथ अभूतपूर्व श्रद्धालु जनों एवं परिजनों की उपस्थिति, भागीदारी में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ गुरु वंदना,सरस्वती गणेश वंदना के साथ करते हुए आयोजन गुरु पूर्णिमा का पारंपरिक महत्व एवं गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा जी के जीवन दर्शन,साधना और उनके द्वारा लिखित साहित्य एवं अन्य गतिविधियों का साक्षिप्त परिचय ओर सनातन धर्म में गुरु परंपरा का इतिहास कथानक के माध्यम से गुरुजी के विचारों के माध्यम से बताया गया।
इसके बाद देव पूजन के साथ यज्ञ प्रारंभ किया गया, जिसमें 58 लोगों ने दीक्षा संस्कार कराया साथ ही अन्य संस्कारों में 1यज्ञोपवीत, 1अन्नप्राशन,6 विद्यारंभ , 1 जन्मदिवस और 12 पुंसवन संस्कार भी संपन्न हुए।
बहुत शानदार उपस्थिति होने की वजह से 11 कुण्डीय यज्ञ में 6 परियां यज्ञ की करना पड़ी। कार्यक्रम में अनेक गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति हुई साथ ही शक्तिपीठ की अनूठी योजना माला के मोती में 12 नए भावनाशील परिजनों ने अपने नाम दर्ज करवाकर इस वर्ष का अंशदान दिया।
समापन के पूर्व माला के मोती योजना के नए बने सदस्यों का मन्त्र पट्टिका पहनकर , मन्त्र लेखन , गुरुदेव का साहित्य ,चालीसा व शक्तिपीठ द्वारा प्रकाशित शामगढ दर्पण 2022 भेंट कर सम्मान किया।
अंत में सबके लिए शुभकामनाएं देते हुए आभार व्यक्त किया।