कोटा न्यूज़:- पटना-कोटा ट्रेन (12337) में रविवार को उल्टी-दस्त से दो यात्रियों की मौत और 8 लोग बीमार हो गए। बीमार यात्रियों को आगरा अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। आगरा जीआरपी मामले की जांच कर रही है। कोटा में यह ट्रेन अपने निर्धारित समय से करीब 10:30 घंटे देरी से रात 10 बजे पहुंची। अधिकारियों ने बताया कि सभी यात्री छत्तीसगढ़ स्थित रायपुर धमतरी गांव बारना के रहने वाले हैं। यहां से 90 यात्रियों का यह दल वाराणसी में बाबा विश्वनाथ के बाद मथुरा श्री कृष्ण के दर्शनों के लिए जा रहा था।
ट्रेन आगरा पहुंचने से पहले ही करीब एक दर्जन यात्रियों को अचानक उल्टी-दस्त होने लगे। सूचना पर ट्रेन को भांडई स्टेशन पर रोका गया। यहां डॉक्टरों ने जांच कर निताम नाम की एक 62 वर्षीय महिला को मृत घोषित कर दिया। अन्य यात्रियों के इलाज के बाद ट्रेन आगे रवाना हुई। आगरा कैंट स्टेशन पर 65 साल के एक और बुजुर्ग रमा निषाद की भी मौत हो गई। इसके बाद सभी यात्रियों को यहां पर उतार लिया गया। इनमें से 8 यात्रियों को रेलवे और अन्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इन सभी यात्रियों का आरक्षण एस-एक से एस-चार के कोच में था। बीमार यात्रियों में लोकेश्वर यादव, प्रभा साहू, रम्भा साहू, सोनिया बघेल, हीरा, जयराम, शत्रुघ्न निषाद के नाम सामने आए हैं। फ़ूड पोइज़निंग की आशंका जीआरपी ने बताया कि फिलहाल घटना के कारणों का पता नहीं चला है। पोस्टमार्टम के बाद ही यात्रियों के मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा। वही अधिकारियों ने फूड प्वाइजनिंग की आशंका से इनकार नहीं किया है। माना जा रहा है कि यह यात्री अपना खाना साथ लेकर चले थे। एक ड्रम में रखा यह खाना तेज गर्मी और उमस के कारण संभवत बासी हो गया था। कई यात्रियों ने यह बासी खाना खा लिया। इसके चलते अचानक इनकी तबीयत खराब हो गई। वहीं डॉक्टरों ने तेज गर्मी और उमस के कारण यात्रियों में डिहाइड्रेशन (निर्जलीकरण) की संभावना जताई है। लंबी यात्रा के दौरान संभवत: यात्रियों ने ठीक से कुछ खाया पिया नहीं। इससे डिहाइड्रेशन के कारण यात्रियों को उल्टी दस्त हो गए।