प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस और अमेरिका दौरे से पहले एक विशेष संदेश जारी किया है। इस संदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी यात्रा के उद्देश्यों को साझा करते हुए बताया कि वह फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत के लिए उत्सुक हैं, ताकि भारत के दोनों देशों के साथ संबंधों को और अधिक मजबूत किया जा सके।

प्रधानमंत्री मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश छोड़ने से पहले एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने बताया कि अगले कुछ दिनों में वह फ्रांस और अमेरिका में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे। मोदी ने कहा, “फ्रांस में मैं एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) एक्शन समिट में भाग लूंगा, जिसमें भारत सह-अध्यक्ष है। इसके अलावा, मैं राष्ट्रपति मैक्रों के साथ भारत-फ्रांस संबंधों को मजबूत करने के लिए चर्चा करूंगा। हम मार्सेले में भारतीय कांसुलेट का उद्घाटन भी करेंगे।”

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दौरे के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि वह इस अवसर पर फ्रांस और अमेरिका दोनों में महत्वपूर्ण द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, जिससे भारत की विदेश नीति को और मजबूती मिलेगी। उन्होंने विशेष रूप से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने के लिए अपनी उत्सुकता व्यक्त की, जिनसे वह हाल ही में राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद मिलने वाले हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मेरे इस दौरे से भारत और अमेरिका के संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने का अवसर मिलेगा।”
फ्रांस दौरे का उद्देश्य
प्रधानमंत्री मोदी के फ्रांस दौरे का सबसे अहम हिस्सा एआई एक्शन समिट में उनका हिस्सा बनना है। भारत इस समिट का सह-अध्यक्ष है, और प्रधानमंत्री मोदी ने इस समिट में अपनी भूमिका को लेकर कहा कि वह एआई के भविष्य पर चर्चा करेंगे और इसके लाभों को समझने के प्रयास करेंगे। यह समिट तकनीकी और विज्ञान के क्षेत्र में एक अहम मील का पत्थर साबित हो सकता है।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति मैक्रों के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, जिसमें भारत और फ्रांस के बीच सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। दोनों देशों के बीच पहले से ही रक्षा, ऊर्जा, और विज्ञान के क्षेत्र में मजबूत संबंध हैं, और इस दौरे के दौरान इन सहयोगों को और गहरा किया जाएगा। फ्रांस का भारत के साथ एक रणनीतिक साझेदारी है, और दोनों देशों के बीच व्यापारिक और आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने की योजना है।
Prime Minister’s Departure statement ahead of his visit to France and USA.
From France, I will proceed on a two-day visit to the United States at the invitation of President Donald Trump. I look forward to meeting my friend, President Trump. Although this will be our first… https://t.co/Hutc5pFHxY
— ANI (@ANI) February 10, 2025
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि वह मार्सेले में भारतीय कांसुलेट का उद्घाटन करेंगे, जो फ्रांस में भारतीय समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस कांसुलेट के उद्घाटन से फ्रांस में भारत के सामाजिक और आर्थिक संबंधों को नया impetus मिलेगा।
अमेरिका दौरे का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी का अमेरिका दौरा भी बहुत अहम है, क्योंकि यहां वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। यह बैठक दोनों देशों के रिश्तों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में काफी प्रगति हुई है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह ट्रंप से अपनी मुलाकात को लेकर बहुत उत्साहित हैं, और यह बैठक भारत-अमेरिका के संबंधों को और भी मजबूत करने का अवसर प्रदान करेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी इस यात्रा के दौरान, दोनों देशों के बीच व्यापार, सुरक्षा, और तकनीकी क्षेत्र में और सहयोग को बढ़ावा दिया जाएगा। अमेरिका के साथ भारत का रिश्तों में काफी विस्तार हुआ है, खासकर रक्षा और आतंकवाद विरोधी सहयोग में। इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी और ट्रंप के बीच विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है, जिनमें भारत-अमेरिका व्यापार समझौतों को लेकर बातचीत, जलवायु परिवर्तन पर सहयोग, और दक्षिण एशिया में सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा शामिल हो सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि वह ट्रंप के साथ उन पुराने कार्यों को याद करेंगे, जिन्हें दोनों देशों ने मिलकर पहले किया है, और इसके साथ ही भविष्य के कार्यों पर भी विचार करेंगे। यह बैठक अमेरिका और भारत के संबंधों को अगले स्तर पर ले जाने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
भारत के विदेश नीति में बदलाव
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा भारत की विदेश नीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है। भारत ने पहले ही दुनिया के विभिन्न देशों के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारियों को बढ़ावा दिया है, और प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा इन साझेदारियों को और मजबूत करेगा। एआई, विज्ञान, रक्षा, और व्यापार जैसे क्षेत्र भारत के लिए महत्वपूर्ण हैं, और इन क्षेत्रों में वैश्विक स्तर पर सहयोग बढ़ाने की प्रधानमंत्री मोदी की योजना साफ तौर पर सामने आ रही है।
भारत ने हमेशा यह दिखाया है कि वह दुनिया के विभिन्न हिस्सों में अपने रिश्तों को और गहरा करने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा इन प्रयासों को और मजबूत करेगा और भारत की वैश्विक छवि को और बढ़ावा देगा। इस दौरे से भारत के लिए नए अवसरों का द्वार खुल सकता है, खासकर फ्रांस और अमेरिका जैसे महत्वपूर्ण देशों के साथ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फ्रांस और अमेरिका दौरा भारतीय विदेश नीति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस दौरे से भारत के दोनों देशों के साथ रिश्तों में नई ऊचाइयाँ छूने की संभावना है। एआई एक्शन समिट में भारत की सह-अध्यक्षता, राष्ट्रपति मैक्रों और ट्रंप से मुलाकात, और भारत-फ्रांस और भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने की योजनाएँ इस दौरे को और भी महत्वपूर्ण बना देती हैं। भारत के लिए यह दौरा एक नए युग की शुरुआत हो सकता है, जिसमें वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका और भी सशक्त हो सकती है।
