PM Modi 12 फरवरी से अमेरिका के दो दिवसीय दौरे पर जाएंगे। इस यात्रा को लेकर अमेरिकी-भारतीय सामरिक साझेदारी मंच (US-India Strategic Partnership Forum) के अध्यक्ष और सीईओ मुकेश आगी ने इसे अत्यधिक महत्वपूर्ण बताया है। उनके अनुसार, यह दौरा न केवल दोनों देशों के बीच व्यापारिक और कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करेगा, बल्कि दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करने का अवसर भी प्रदान करेगा।

मुकेश आगी ने कहा, “यह यात्रा बेहद महत्वपूर्ण है। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि दोनों देशों के बीच भू-राजनीतिक संबंधों की स्थिति बनी रहे। व्यापार, आर्थिक एजेंडे और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पर बातचीत होगी, और यह भी महत्वपूर्ण है कि अवैध प्रवास पर चर्चा की जाएगी। मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री का अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलना जरूरी है, क्योंकि दोनों देशों के बीच आपसी समझ और आर्थिक विकास को एक नए स्तर पर ले जाने का उद्देश्य स्पष्ट है।”

आगी ने यह भी बताया कि व्यापार पर चर्चा की जाएगी और दोनों देशों के बीच व्यापारिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर सहमति बनने की संभावना है। उनके मुताबिक, “यह स्पष्ट है कि वे व्यापार पर चर्चा करेंगे और किसी प्रकार की व्यापारिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए सहमत होंगे।”
#WATCH | Delhi | On PM Modi’s official working visit to the US, President and CEO of the US-India Strategic Partnership Forum, Mukesh Aghi says, “This is a very important visit. Basically, the visit is all about ensuring that geopolitical alignment continues. The understanding… pic.twitter.com/e8I8TTBaQ0
— ANI (@ANI) February 9, 2025
अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर भी चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान, एक अन्य महत्वपूर्ण विषय अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर चर्चा होगी। अमेरिकी सरकार द्वारा भारतीय नागरिकों को हथकड़ी में भेजने के मुद्दे पर आगी ने कहा, “मैं इस बात के लिए सहानुभूति रखता हूं कि किसी को भी हाथों में हथकड़ी नहीं लगानी चाहिए जब वे अपने देश वापस जा रहे हैं, लेकिन आपको यह समझना होगा कि यह कानून है।” उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि इसी तरह से अमेरिकी कानून के तहत इंटर्नैशनल मोनेटरी फंड (IMF) के पूर्व प्रमुख स्ट्रॉस-काहन को न्यूयॉर्क में गिरफ्तार किया गया था और उन्हें भी हथकड़ी में डाला गया था, क्योंकि यह कानून का हिस्सा था। आगी ने इस मुद्दे पर उम्मीद जताई कि अमेरिकी प्रशासन इस प्रक्रिया में अधिक सहानुभूति दिखाएगा।
विदेश सचिव का बयान: भारत-अमेरिका रिश्तों में बढ़ेगी गति
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक गति और दिशा प्रदान करेगा। मिस्री ने कहा, “यह प्रधानमंत्री मोदी का दूसरे कार्यकाल में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका का पहला दौरा होगा।” विदेश सचिव ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा से यह स्पष्ट होता है कि भारत-अमेरिका के रिश्तों को दोनों देशों की सरकारों द्वारा लगातार समर्थन मिल रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिका दौरे से पहले वे 10 से 12 फरवरी तक फ्रांस में होंगे। फ्रांस में वे ‘ए.आई. एक्शन समिट’ का सह-अध्यक्षता करेंगे, जिसमें फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी शामिल होंगे। इसके अलावा, मोदी और मैक्रों ‘इंटरनेशनल थर्मोन्यूक्लियर एक्सपेरिमेंटल रीएक्टर (ITER)’ स्थल का दौरा करेंगे, जहां भारत एक साझेदार देश है।
भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को लेकर मजबूत स्थिति
मिस्री ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच पहले से ही घनिष्ठ संबंध बने हुए हैं, खासकर उनके पहले कार्यकाल के दौरान। दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, रक्षा सहयोग, आतंकवाद विरोधी सहयोग, इंडो-पैसिफिक सुरक्षा और लोगों के बीच संबंधों में स्पष्ट सामंजस्य है।” उन्होंने कहा कि अमेरिका में भारतीय समुदाय की संख्या 54 लाख से अधिक है और 350,000 से अधिक भारतीय छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए अमेरिकी विश्वविद्यालयों में पढ़ाई कर रहे हैं, जो इस साझेदारी को और भी मजबूत बनाते हैं।
द्विपक्षीय संबंधों में नई दिशा
मिस्री ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा से भारत-अमेरिका के संबंधों में नई दिशा और गति मिलेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि यात्रा के अंत में एक संयुक्त बयान जारी किया जाएगा, जो दोनों देशों के रिश्तों को और प्रगाढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
प्रधानमंत्री की यात्रा से भारत-अमेरिका के रिश्तों को और मजबूती मिलेगी
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूती प्रदान करेगा, खासकर दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को और बेहतर बनाने में। यह यात्रा इस बात का संकेत है कि दोनों देश एक दूसरे के साथ मिलकर महत्वपूर्ण वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका में भारतीय समुदाय के बीच भी सक्रिय रहेंगे और इस यात्रा के जरिए दोनों देशों के बीच सामरिक, व्यापारिक और सामाजिक संबंधों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह अमेरिका दौरा भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ और व्यापक बनाने का एक अहम अवसर है। व्यापार, सुरक्षा, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, और अवैध प्रवास जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के साथ यह यात्रा भारतीय और अमेरिकी सरकारों के बीच लंबे समय से चली आ रही साझेदारी को और मजबूत करने में मदद करेगी।
