
पं. शिवप्रकाश जोशी ने बताया — त्रेतायुग से चली आ रही परंपरा, पुण्य फलदायक और दोष निवारण में अत्यंत प्रभावी

मंदसौर। दशपुर नगरी मंदसौर में एक अत्यंत दिव्य और प्रभावशाली महा सोमयज्ञ का आयोजन किया जा रहा है, जिसे विश्व शांति, गृह दोष, वास्तु दोष, रोग-व्याधियों, महामारियों, एवं संपूर्ण मानव कल्याण के लिए अत्यंत श्रेष्ठ और फलदायक यज्ञ माना जाता है।
भारतीय ज्योतिष परिषद के जिला अध्यक्ष पं. शिवप्रकाश जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह यज्ञ धर्म और ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार अद्भुत और दुर्लभ है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार का यज्ञ त्रेतायुग में भगवान श्रीराम ने रावण के वध के उपरांत और द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत के युद्ध के बाद महाराज युधिष्ठिर से करवाया था, ताकि विश्व में शांति स्थापित की जा सके।

दोष निवारण और पुण्य लाभ का माध्यम है महा सोमयज्ञ
पं. जोशी के अनुसार यह यज्ञ केवल मंदसौर ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश, देश और विश्व की सुख-शांति, धन-समृद्धि, आरोग्यता, खुशहाली, तथा विभिन्न प्रकार के दोषों के निवारण के लिए सर्वोत्तम माना जाता है।
इस महायज्ञ के दर्शन मात्र से पापों का अंत होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है। विशेषकर पितृ दोष, गृह पीड़ा, नक्षत्र दोष, संतान प्राप्ति, आदि के लिए यह यज्ञ अत्यंत फलदायी सिद्ध होता है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव भी लेंगे यज्ञ में भाग

आपको बता दे कि इस सोम यज्ञ में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव सोम यज्ञ में सहभागिता करने के लिए नीमच से मंदसौर अभी आ रहे हैं
विक्रम संवत 2082 वर्ष रहेगा श्रेष्ठ
वर्तमान विक्रम संवत् 2082 को वर्षा और कृषि के लिए भी विशेष श्रेष्ठ बताया गया है।
- खरीफ और रबी की फसलें उत्तम रहेंगी।
- चांदी, सोना और अन्य धातुओं में तेजी बनी रहेगी।
- कृषि उपज और दान में वृद्धि होगी।
मौसम और आपदाओं के संकेत
- वैशाख और ज्येष्ठ माह में ओलावृष्टि, वायवीय तूफान और लू की संभावना जताई गई है।
- वहीं भीषण गर्मी के साथ-साथ वर्षा भी प्रचुर मात्रा में होने के संकेत हैं।
- कुछ स्थानों पर आगजनी, वाहन दुर्घटनाएं और वातावरणीय संकट भी उत्पन्न हो सकते हैं।
युवाओं और व्यापारियों के लिए शुभ संकेत
इस वर्ष युवा वर्ग, व्यापारी, किसान एवं छात्रों के लिए विशेष उन्नति के योग बताए गए हैं। साथ ही वर्ष के राजा और प्रधानमंत्री दोनों सूर्यदेव हैं, जो शक्ति, तेज और ऊर्जा के प्रतीक माने जाते हैं।
आयोजन के लिए आभार प्रकट
भारतीय ज्योतिष परिषद एवं समस्त जनमानस ने इस महा सोमयज्ञ के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की है और इस आयोजन को विश्व शांति के लिए एक सकारात्मक पहल माना है।
