शामगढ़ यशस्वी दुनिया संपादक कैलाश विश्वकर्मा


शामगढ़ को मिली बहुप्रतीक्षित फोरलेन कनेक्टिविटी, ढाबला गुर्जर के माध्यम से होगा सीधा संपर्क
शामगढ़ (यशस्वी दुनिया), 22 मार्च 2025: नगरवासियों के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर सामने आई है। नगर परिषद अध्यक्ष कविता नरेंद्र यादव, गरोठ विधायक चंदरसिंह सिसोदिया, सुवासरा विधायक हरदीप सिंह डंग एवं सांसद सुधीर गुप्ता के संयुक्त प्रयासों से गरोठ-उज्जैन फोरलेन से शामगढ़ को कनेक्टिविटी मिल गई है। इससे पहले यह मांग महीनों से लंबित थी और उम्मीदें धूमिल हो रही थीं, लेकिन नगर परिषद अध्यक्ष कविता नरेंद्र यादव

ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और सांसद सुधीर गुप्ता को पत्र लिखकर इस मामले को प्राथमिकता से उठाया

परिणामस्वरूप, ढाबला गुर्जर के माध्यम से श्यामगढ़ को फोरलेन से जोड़ने का निर्णय लिया गया, जिससे अब नगर का विकास तेजी से होगा और नागरिकों को सुगम यात्रा का लाभ मिलेगा।
आंदोलन के बाद जागी सरकार
फोरलेन कनेक्टिविटी के लिए क्षेत्र के नागरिक को एवं ग्रामीणों को आंदोलन का भी सहारा लेना पड़ा मकडावन के पास स्थित कनेक्टिविटी पॉइंट पर क्षेत्र के युवा भाजपा नेता अंकित यादव के नेतृत्व में एवं ग्रामीणों द्वारा आंदोलन किया गया

जिसके कारण ठेकेदार द्वारा स्वयं एक महीने तक कनेक्टिविटी के प्रयासों के लिए काम भी रोका गया एवं ढाबला गुर्जर के ग्रामीणों द्वारा भी आंदोलन किए गए

शामगढ़ के लिए क्यों जरूरी थी फोरलेन कनेक्टिविटी?
शामगढ़ नगर मंदसौर जिला मुख्यालय से 80 किमी दूर है। इस दूरी के कारण प्रशासनिक कार्य, स्वास्थ्य सुविधाओं और अन्य जरूरी सेवाओं के लिए नगरवासियों को 3 घंटे का सफर तय करना पड़ता था। निजी वाहन से भी यह यात्रा कम से कम 2 घंटे की होती थी, जिससे नागरिकों को भारी परेशानी उठानी पड़ती थी। इस समस्या को देखते हुए नगर परिषद अध्यक्ष कविता नरेंद्र यादव ने गरोठ-उज्जैन फोरलेन से शामगढ़ को जोड़ने की मांग को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और सांसद सुधीर गुप्ता को पत्र लिखा। उन्होंने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि शामगढ़ के पास कई धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थल हैं, जहां श्रद्धालु बड़ी संख्या में आते हैं। इसके अलावा, लगभग 3,000 विद्यार्थी उज्जैन, इंदौर एवं देवास में अध्ययन करते हैं, जिन्हें यात्रा में परेशानी होती थी।

ढाबला गुर्जर के माध्यम से मिलेगी कनेक्टिविटी
सड़क एवं परिवहन मंत्रालय द्वारा तीन स्थानों – मकड़ावन, सालरिया और ढाबला गुर्जर का सर्वे किया गया। सर्वेक्षण के बाद ढाबला गुर्जर को श्यामगढ़ के लिए सबसे उपयुक्त कनेक्टिविटी बिंदु माना गया। इसका मुख्य कारण यह था कि श्यामगढ़ से ढाबला गुर्जर तक कोई तीखा मोड़ या संकरा रास्ता नहीं है। इसके अलावा, नगर परिषद सीमा से मात्र 1 किमी दूर फोरलेन तक जाने के लिए दो रेलवे अंडरब्रिज उपलब्ध हैं। इस कारण NHAI ने छोटे वाहनों के लिए शामगढ़ से ढाबला गुर्जर होते हुए फोरलेन पर पहुंचने और बड़े वाहनों के लिए गरोठ के रास्ते एक्सेस की अनुमति दी।
ढाबला गुर्जर तक फोरलेन पहुंच मार्ग के लिए लिखा गया पत्र
फोरलेन कनेक्टिविटी स्वीकृत होने के बाद नगर परिषद अध्यक्ष कविता नरेंद्र यादव ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पत्र लिखकर ढाबला गुर्जर तक पहुंच मार्ग चौड़ीकरण की मांग की।

पत्र में उठाए गए मुख्य बिंदु:
ढाबला गुर्जर से गुजरने वाले 4-लेन रोड पर यातायात का दबाव बढ़ेगा, इसलिए सड़क का चौड़ीकरण आवश्यक है।
वर्तमान सड़क काफी संकरी है और नागरिकों को आवागमन में असुविधा हो रही है।
यातायात बढ़ने से दुर्घटनाओं की संभावना को देखते हुए सड़क सुधार अनिवार्य है।
श्यामगढ़ के नागरिकों को 4-लेन कनेक्टिविटी का सीधा लाभ मिले, इसके लिए जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू किया जाए। नगर परिषद अध्यक्ष ने जताया आभार नगर परिषद अध्यक्ष कविता नरेंद्र यादव ने सांसद सुधीर गुप्ता, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ ही सुवासरा विधायक हरदीप सिंह डंग और गरोठ विधायक चंदर सिंह सिसोदिया के साथ संबंधित अधिकारियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना शामगढ़ के नागरिकों, व्यापारियों और विद्यार्थियों के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने उम्मीद जताई कि ढाबला गुर्जर तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य भी शीघ्र शुरू होगा, जिससे नागरिकों को और अधिक सुविधा मिलेगी।अब, जब मंजूरी मिल चुकी है, शामगढ़ के नागरिकों को लंबे समय से प्रतीक्षित फोरलेन कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा। कनेक्टिविटी के इस महाप्रयास में नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि नरेंद्र कुमार यादव, तत्कालीन शामगढ़ मंडल अध्यक्ष धीरज संघवी , सभापति बंटी अश्क ,सिंटू धामोनिया, सिद्धार्थ जोशी ,युवा भाजपा नेता अंकित यादव, पूर्व मंडल अध्यक्ष बलवंत सिंह पंवार,नवीन फरक्या, दीपू सिंह राठौड़,दिनेश खाती,राकेश कोठारी,अमित चौधरी, विशाल शर्मा ,पवन जोशी ,दीपक पाटीदार,,के साथ ग्राम मकड़ावन और ढाबला गुर्जर के ग्रामीणों का विशेष सहयोग रहा
