
नई दिल्ली, 28 मई 2025 – ऑपरेशन सिंदूर के सफल क्रियान्वयन और भारत-पाक तनाव के बाद एक बार फिर युद्ध जैसी तैयारी देखने को मिलेगी। 29 मई, गुरुवार को पाकिस्तान सीमा से लगे कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में शाम को सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल 2025 आयोजित की जाएगी।

इस अभ्यास का उद्देश्य आम नागरिकों, सुरक्षा बलों और स्थानीय प्रशासन की आपसी समन्वय क्षमता को परखना और संभावित आतंकी हमलों, ड्रोन हमलों और हवाई हमलों से निपटने की रणनीति को मजबूत करना है।
🔴 ऑपरेशन सिंदूर के बाद सुरक्षा तंत्र सक्रिय
बता दें कि 6-7 मई की रात भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था, जो 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था। उस हमले में आतंकियों ने धर्म पूछकर 26 पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी थी। इसके बाद केंद्र सरकार ने साफ कर दिया कि आतंक के खिलाफ भारत की नीति अब ‘जीरो टॉलरेंस’ पर आधारित होगी।
🔺 मॉक ड्रिल का उद्देश्य
इस मॉक ड्रिल के जरिए भारत संभावित आतंकी हमलों, हॉस्टेज क्राइसिस, ड्रोन हमलों और हवाई हमलों जैसी आपात स्थितियों से निपटने की युद्ध स्तर पर तैयारी का प्रदर्शन करेगा। ड्रिल के दौरान ब्लैकआउट, सायरन, बंकर में छिपने की प्रक्रिया, और सुरक्षाबलों की त्वरित प्रतिक्रिया का अभ्यास किया जाएगा।
पूर्व में देश के विभिन्न हिस्सों में आयोजित मॉक ड्रिल्स में आतंकवाद निरोधी बलों (ATS) और NSG कमांडोज़ ने भी हिस्सा लिया था, जिन्होंने अत्याधुनिक हथियारों के साथ वास्तविक आतंकवादी हमले जैसी स्थिति को दोहराया था।
🛑 चार राज्यों में हाई अलर्ट
पाकिस्तान सीमा से लगे चारों राज्यों – जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात – में यह ड्रिल शाम 5 बजे शुरू होगी। हरियाणा और चंडीगढ़ में भी सिविल डिफेंस टीमें तैनात रहेंगी। प्रशासन की ओर से आम नागरिकों को सायरन, ब्लैकआउट और अन्य आपात संकेतों से घबराने के बजाय सहयोग करने की अपील की गई है।
🧠 आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय रणनीति
इसी बीच भारत सरकार ने आतंक के खिलाफ अपना पक्ष दुनिया के सामने मजबूती से रखने की रणनीति अपनाई है। सात सदस्यीय डेलीगेशन अलग-अलग देशों का दौरा कर पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे झूठे प्रचार का पर्दाफाश कर रहा है। यह डेलीगेशन आतंकवाद पर भारत की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को उजागर कर रहा है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन जुटा रहा है।
📣 गृह मंत्रालय की अपील
गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि ‘सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल 2025’ केवल एक पूर्वाभ्यास है, न कि किसी वास्तविक खतरे की सूचना। लोगों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और इस अभ्यास में सहयोग करें।
ड्रिल के दौरान अगर आपके इलाके में सायरन बजे, बिजली बंद की जाए या सुरक्षाकर्मी नजर आएं – तो यह सब राष्ट्रीय सुरक्षा की तैयारी का हिस्सा है।
🔍 निष्कर्ष
सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल 2025 सिर्फ एक अभ्यास नहीं, बल्कि भारत की बढ़ती हुई रणनीतिक सजगता का संकेत है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत यह स्पष्ट कर चुका है कि वह आतंकवाद के खिलाफ हर मोर्चे पर तैयार है – चाहे वो युद्ध का मैदान हो या कूटनीतिक मंच।
