
हापुड़ से उठी आवाज़: “देश एकजुट है, अब आतंकवाद पर करारा वार ज़रूरी है”
उत्तर प्रदेश के हापुड़ में आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) के अध्यक्ष और सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और सीजफायर उल्लंघनों पर तीखा बयान दिया है। उन्होंने कहा,

“जब देश में यह परिस्थिति बनी, तो मैंने पूरे देश को आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एकजुट देखा। आज पूरा भारत एकसाथ खड़ा है और इंतजार कर रहा है कि कब आतंकवाद पर कड़ा प्रहार होगा।”
“यह कैसा सीजफायर है जिसका खुलेआम उल्लंघन हो रहा है?”
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर (संघर्षविराम) को लेकर हुई सहमति के बाद भी पाकिस्तान की ओर से लगातार उल्लंघन की खबरें सामने आ रही हैं। इसी पर सवाल उठाते हुए चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा:
“दोनों देशों के बीच सीजफायर हुआ, लेकिन इसका रोज़ाना उल्लंघन हो रहा है। यह कोई समझौता नहीं, बल्कि धोखा है।”
“पाकिस्तान अपनी हरकतें बंद करे, यही उसकी भलाई में है”
पाकिस्तान को सीधी चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा:
“मैं पाकिस्तान को कहना चाहता हूं कि वे अपने देश में आतंकियों को पनाह देना बंद करें। इसी में उनकी भलाई है, वरना भारत चुप नहीं बैठेगा।”
इस बयान को भारत के युवाओं और सामाजिक संगठनों की भावनाओं की अभिव्यक्ति माना जा रहा है, जो आतंकवाद और सीमा पार से हो रहे हमलों को लेकर आक्रोशित हैं।
राजनीतिक एकजुटता की मिसाल: विपक्ष और सत्तापक्ष दोनों एक स्वर में
हाल के दिनों में विपक्ष और सत्तापक्ष के कई नेता राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर एकजुट दिखाई दिए हैं। चंद्रशेखर आज़ाद का यह बयान इस बात की पुष्टि करता है कि देश की एकता और संप्रभुता के सामने राजनीतिक मतभेद गौण हो जाते हैं।
पृष्ठभूमि: ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर उल्लंघन
10-11 मई की रात पाकिस्तान ने भारतीय हवाई क्षेत्र और नियंत्रण रेखा (LoC) का उल्लंघन किया, जिसके बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत बड़ी सैन्य कार्रवाई की। इसके बावजूद, पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन जारी है।
निष्कर्ष: देश को एकजुट देख पाकिस्तान घबराया
चंद्रशेखर आज़ाद जैसे युवा नेताओं की स्पष्ट और सख्त भाषा यह संकेत देती है कि भारत का हर वर्ग आतंकवाद के खिलाफ “नो टॉलरेंस” की नीति चाहता है। अब भारत की आवाज़ है –
“शांति तभी मुमकिन है जब पाकिस्तान आतंकवाद को खत्म करे।”
