मंदसौर, मध्य प्रदेश – शहर के वाय डी नगर थाना क्षेत्र में स्थित संगम होटल में यात्रियों की रजिस्टर में पूरी जानकारी न दर्ज करने पर जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। जिला कलेक्टर अदिति गर्ग के निर्देश पर होटल संचालकों के खिलाफ धारा 223(ए) बीएस के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया गया है।

किस बात पर हुई कार्रवाई?

मामला रेवास देवड़ा रोड पर स्थित अरोमा रेस्टोरेंट और पोस्ट मैट्रिक छात्रावास के ऊपर संचालित संगम होटल का है। प्रशासन को इनपुट मिला था कि होटल में आने-जाने वाले यात्रियों की पूरी जानकारी, नाम-पता आदि रजिस्टर में दर्ज नहीं की जा रही है। जांच में यह बात सही पाए जाने पर वेदीनगर थाना पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए होटल के जिम्मेदारों पर मामला दर्ज कर लिया।

किन लोगों पर दर्ज हुआ मामला?
इस मामले में दो लोगों को आरोपी बनाया गया है:
विजय पिता शंभूलाल डांगी,और
संजय पिता कन्हैयालाल प्रजापति,
इन दोनों पर यात्री रजिस्टर में अपूर्ण व फर्जी प्रविष्टियाँ करने और नियमों की अवहेलना का आरोप है।
प्रशासन की चेतावनी – किराएदार और होटल गेस्ट की जानकारी देना अनिवार्य
गौरतलब है कि सरकार और पुलिस प्रशासन की ओर से लगातार यह अपील की जा रही है कि:
अपने घरों में किराए से रहने वाले व्यक्तियों की जानकारी निकटतम पुलिस थाना में दर्ज कराई जाए।
होटल, लॉज और धर्मशालाओं में रुकने वाले हर यात्री की जानकारी रजिस्टर में पूर्णतः दर्ज करना अनिवार्य है।
इन निर्देशों का उल्लंघन कानूनी अपराध की श्रेणी में आता है, और संबंधित धाराओं के तहत कार्यवाही की जाती है।
कलेक्टर अदिति गर्ग का संदेश
इस कार्रवाई पर जिला कलेक्टर अदिति गर्ग ने कहा,
“कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी को जिम्मेदारी से कार्य करना होगा। होटल, लॉज, धर्मशालाओं में रुकने वाले व्यक्तियों की जानकारी दर्ज करना सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत आवश्यक है। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
होटल संगम के संचालक संजय प्रजापति द्वारा बताया गया कि डीबीएल कंपनी जल जीवन मिशन के कुछ लोग रुके हुए थे जिनकी जानकारी आधार कार्ड सहित हमारे द्वारा थाने पर नहीं दी गई जिस कारण कलेक्टर द्वारा यह कार्रवाई की गई है
सुरक्षा की दृष्टि से अहम कदम
हाल के वर्षों में देशभर में कुछ आपराधिक घटनाओं के पीछे अज्ञात किरायेदारों या होटल में बिना पहचान के रुके व्यक्तियों की भूमिका सामने आई है। ऐसे में यह सुनिश्चित करना प्रशासन का दायित्व बनता है कि हर होटल और धर्मशाला आने-जाने वालों की पूरी जानकारी रजिस्टर में दर्ज हो।
स्थानीय लोगों में मिला समर्थन
स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने प्रशासन की इस कार्रवाई को सराहा है। नागरिकों का कहना है कि ऐसे सख्त कदमों से शहर में सुरक्षा व्यवस्था और पारदर्शिता बनी रहेगी।
प्रशासन द्वारा उठाया गया यह कदम सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने वाला है। होटल और किराए पर मकान देने वाले सभी नागरिकों को चाहिए कि वे पुलिस थानों में पूरी जानकारी दें और यात्रियों की पहचान सुनिश्चित करें, जिससे समाज में शांति और सुरक्षा बनी रह सके।
