
मंदसौर (मल्हारगढ़): अरुणोदय सर्वेश्वरी लोक कल्याण समिति द्वारा आईशर फाउंडेशन के सहयोग से ग्राम पहेड़ा में साइबर फ्रॉड और डिजिटल साक्षरता पर एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीणजनों को डिजिटल लेन-देन में सतर्कता बरतने और साइबर ठगी से बचाव के लिए सजग करना था।

कार्यक्रम की शुरुआत ग्राम पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि श्री मुकेश लौहार द्वारा सरस्वती पूजन से हुई। मुख्य वक्ता मॉस्टर ट्रेनर श्री आई.एच. मुन्सरी (सेवानिवृत्त जिला सहकारी बैंक अधिकारी एवं नाबार्ड वित्तीय साक्षरता के नोडल अधिकारी) ने बताया कि आज के डिजिटल युग में साइबर अपराधी नए-नए तरीके अपनाकर लोगों की मेहनत की कमाई पर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने कहा कि “सर्तकता ही सबसे बड़ा बचाव है”।
संस्था के प्रशिक्षक श्री प्रवीण शर्मा ने सोशल मीडिया फ्रॉड, ऑनलाइन पेमेंट स्कैम्स, फर्जी वेबसाइट्स आदि के उदाहरण देकर लोगों को इनसे सतर्क रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि “डिजिटल अरेस्ट” जैसी कोई कानूनी प्रक्रिया अस्तित्व में नहीं है और किसी भी सरकारी अधिकारी को आपके खाते की जानकारी लेने का अधिकार नहीं है।

कार्यशाला में प्रतिभागियों को साइबर जागरूकता किट (पंपलेट, बजट डायरी, पेन) वितरित की गई, जिसका पंजीकरण श्री भरत रामनानी ने किया। कार्यक्रम के अंतर्गत श्री राजेश जोशी द्वारा सवाल-जवाब का दौर रखा गया, जिसमें सही जवाब देने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार दिए गए।
कार्यक्रम के अंत में सरपंच प्रतिनिधि श्री मुकेश लौहार ने सभी को धन्यवाद देते हुए भविष्य में और भी ऐसे जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
