केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से कृषि क्षेत्र की साप्ताहिक समीक्षा की
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- फसल बुआई, उपार्जन, मौसम, जलाशयों की स्थिति की जानकारी लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश।
- विभिन्न उपज के थोक व खुदरा मूल्यों के बारे में केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने की समीक्षा।
- ग्रीष्मकालीन बुआई जारी, 22 लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में हो चुकी है बुआई, गत वर्ष से ज्यादा।
- धान बुआई क्षेत्र गत वर्ष के 18.197 लाख हेक्टेयर की तुलना में 19.492 लाख हेक्टेयर हो चुकी, 1.294 लाख हेक्टेयर अधिक।
- विभिन्न फसलों की पैदावार अच्छी होने की संभावना के मद्देनजर कृषि मंत्री ने दिए निर्देश- किसानों को अच्छे भाव मिलने चाहिए।
- मखाना बोर्ड गठन की प्रक्रिया में तेजी के साथ किसानों से सुझाव लेने के श्री शिवराज ने दिए निर्देश।

कृषि मंत्री ने अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कृषि क्षेत्र की प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा की। वीसी के जरिए भोपाल से जुड़े केंद्रीय मंत्री ने कृषि भवन, नई दिल्ली में वरिष्ठ अधिकारियों से फसल बुआई, उपार्जन, मौसम व जलाशयों की स्थिति की जानकारी ली और किसानों को उचित मूल्य दिलाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण सचिव श्री देवेश चतुर्वेदी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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किसानों को मिले उचित दाम: कृषि मंत्री का निर्देश
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसी व्यवस्था बनाई जाए जिससे किसानों को उनकी फसल के अच्छे दाम मिलें। उन्होंने कहा कि किसानों की आय में वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए कोई भी कमी नहीं होनी चाहिए।
मखाना बोर्ड गठन की प्रक्रिया में तेजी

सरकार द्वारा आम बजट में मखाना बोर्ड के गठन की घोषणा के क्रम में श्री चौहान ने निर्देशित किया कि बोर्ड बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। साथ ही मखाना उत्पादक किसानों से सुझाव लेने के भी निर्देश दिए, जिससे उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सके। हाल ही में कृषि मंत्री ने बिहार जाकर मखाना उत्पादक किसानों से मुलाकात की थी।
ग्रीष्मकालीन फसल बुआई में वृद्धि
21 फरवरी 2025 तक कुल फसल बुआई क्षेत्र 22.317 लाख हेक्टेयर हो चुका है, जो कि पिछले वर्ष 21.845 लाख हेक्टेयर था।
- धान का बुआई क्षेत्र 18.197 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 19.492 लाख हेक्टेयर हो चुका है, यानी 1.294 लाख हेक्टेयर अधिक।
- प्याज की बुआई 10.29 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जो कि गत वर्ष की तुलना में 1.66 लाख हेक्टेयर अधिक है।
- आलू की बुआई 19.82 लाख हेक्टेयर में हुई, जो 0.31 लाख हेक्टेयर ज्यादा है।
- टमाटर की बुआई 2.41 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है।
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मौसम पूर्वानुमान और कृषि पर प्रभाव
मौसम विभाग के अनुसार, 27 फरवरी से 5 मार्च 2025 तक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में हिमालयी क्षेत्र में व्यापक वर्षा/बर्फबारी की संभावना है।
- उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में हल्की बारिश संभावित।
- दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
- उत्तर-पश्चिम भारत और दक्षिण भारत में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना।
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