जबलपुर (यशस्वी दुनिया) रेलवे सुरक्षा बल जरूरतमंद यात्रियों को सहायता प्रदान करने के साथ-साथ महिलाओं और बच्चों का विशेष ध्यान रखते हैं। पश्चिम मध्य रेलवे, रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन करने हेतु चौबीस घंटे सतत् ड्यूटी की जा रही है। इसी श्रृंखला में रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने सराहनीय कार्य करते हुए “ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते अभियान के तहत घर से भागे हुए, अपहृत हुए, बिछुड़े हुए बालक एवं बालिकाओं को सुरक्षित उनके परिजनों/चाइल्ड लाइन को सुपुर्द किया ।
एक घटना के अनुसार जबलपुर मण्डल के पोस्ट सागर के अंतर्गत दिनॉक 10.06.2023 को डीएससीआर/जबलपुर द्वारा गाड़ी संख्या 18009 संतरागाछी- अजमेर साप्ताहिक एक्सप्रेस में कोच एस-4 के सीट नंबर 14 पर दो नाबालिग लड़किया बिना टिकट बैठने के संबंध में सूचना प्राप्त हुई। उक्त सूचना पर सहायक उपनिरीक्षक अजय कुमार, प्रधान आरक्षक दिनेश कुमार मिश्रा के साथ गाड़ी के दमोह आगमन पर अटेन्ड किया गया । पूछताछ के दौरान उन्होंने अपना नाम व पता बताया। दोनों बालिकाओं के द्वारा बताया गया कि वह अपने पिता व भाई के साथ झारखंड में काम करती है, अपने मॉ के पास गॉव जाने के लिये अपने पिता व भाई को बिना बताये गढवारोड से गाड़ी पकड़कर अपने गॉव जिला झासी जा रहे है। उक्त दोनो बालिकाओ द्वारा बताये गये मोबाईल नंबर पर उनके पिता व भाई को सूचित किया गया । उक्त बालिकाओं के संबंध में फोन नंबर 1098 पर सूचित किये जाने पर दोनों नाबालिग बालिकाओं को चाइल्ड हेल्प लाइन दमोह के प्रतिनिधि को गवाहों के समक्ष सुपुर्दगीनामा के तहत सहायक उपनिरीक्षक अजय कुमार के द्वारा दिनांक 10.06.2023 को पाक साफ हालत में मुलाहिजा पश्चात सुपुर्द किया गया। रेल सुरक्षा बल के सदस्यों द्वारा किया गया कार्य सराहनीय है। रेल सुरक्षा बल द्वारा शुरू किये गए इन कार्यों को जनता से बहुत सकारात्मक प्रतिक्रिया भी मिल रही है