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October 10, 2025 10:01 am

मंदसौर में एक ही दिन चार अवैध चाकू जब्त, कोतवाली पुलिस की कार्रवाई

📍मंदसौर, 5 अगस्त 2025
मंदसौर शहर के नागरिकों को उस समय हैरानी हुई जब कोतवाली पुलिस ने एक ही दिन में तीन अलग-अलग स्थानों से चार व्यक्तियों को अवैध धारदार हथियारों के साथ गिरफ्तार किया। यह सामान्य मामला नहीं बल्कि एक संभावित अपराध श्रृंखला को विफल करने वाली कार्रवाई थी, जिसने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पुलिस की यह कार्रवाई महज औपचारिक नहीं थी, बल्कि इससे यह संदेश भी गया कि शहर की सड़कों पर हथियारों के साथ घूम रहे अपराधी अब बख्शे नहीं जाएंगे। लेकिन साथ ही इस घटना ने ये भी जाहिर किया कि अपराधी अब किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने से पहले तैयारी की मुद्रा में हैं।

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🔍 एक दिन, तीन स्थान, चार आरोपी – क्या चल रहा था मंदसौर में?

1. न्यायालय रोड (मछली मार्केट के सामने):
यहां से राहुल पिता बाबूलाल बागरी (उम्र 25 वर्ष), निवासी कचनारा, को अवैध धारदार छुरे के साथ पकड़ा गया।

2. बालागंज स्कूल के पास, आम रोड:
बाबूलाल पिता जगन्नाथ बागरी (उम्र 50 वर्ष), निवासी कचनारा, को पुलिस ने तलाशी के दौरान अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया।

3. साटीया बस्ती, आम रोड:
यहां से महेंद्र पिता बापूलाल बागरी (उम्र 25 वर्ष), निवासी कचनारा, के पास से एक और धारदार चाकू मिला।

4. कला खेत स्कूल ग्राउंड, आम रोड:
अशोक पिता कारूलाल दायमा (उम्र 35 वर्ष), निवासी नापा खेड़ा, को एक अवैध छुरा के साथ गिरफ्तार किया गया।

इन चारों व्यक्तियों से जब्त किए गए छुरों की कुल कीमत भले ही लगभग ₹200 प्रति छुरा रही हो, लेकिन उनकी उपस्थिति और उद्देश्य कहीं अधिक खतरनाक प्रतीत होते हैं। कोई भी आम व्यक्ति यूं ही हथियार लेकर शहर की सड़कों पर नहीं घूमता। सवाल यह उठता है कि क्या ये आरोपी किसी सुनियोजित अपराध या हिंसक वारदात को अंजाम देने की योजना में शामिल थे?


⚖️ पुलिस ने दर्ज किया मामला

कोतवाली थाना पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अब जांच का फोकस यह जानने पर है कि –

  • क्या ये सभी आरोपी आपस में जुड़े हुए हैं?
  • क्या वे किसी गिरोह के सदस्य हैं?
  • मंदसौर में हथियारों की तस्करी हो रही है?
  • क्या इन हथियारों का उपयोग लूट, हमला, या किसी व्यक्तिगत दुश्मनी में किया जाना था?

पुलिस सूत्रों के अनुसार, चारों की पृष्ठभूमि खंगाली जा रही है और यह देखा जा रहा है कि इनका कोई क्राइम रिकॉर्ड है या नहीं। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि इन हथियारों की खरीदी, आपूर्ति और उपयोग की मंशा क्या थी।


🧠 मंदसौर की सड़कों पर हथियार? – स्थानीय नागरिकों में डर का माहौल

इस घटना के बाद स्थानीय नागरिकों में भय और चिंता की लहर दौड़ गई है। एक राहगीर ने बताया –
“अब तो दिनदहाड़े आम रास्तों पर हथियार लेकर घूमना आम बात होती जा रही है। पुलिस को सतर्कता के साथ-साथ सख्ती भी दिखानी होगी, वरना कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है।”

बाजार क्षेत्रों, स्कूलों के पास और आम रास्तों पर हथियारों की मौजूदगी यह बताती है कि अपराधी अब कहीं भी और कभी भी हमला करने की स्थिति में पहुंच गए हैं।


🚔 पुलिस की तत्परता सराहनीय, लेकिन सिस्टम को चाहिए सतर्कता

कोतवाली पुलिस ने अपने नियंत्रण क्षेत्र में सक्रिय गश्त और खुफिया जानकारी के आधार पर ये चारों गिरफ्तारियां कीं, जो कि प्रशंसनीय है। लेकिन सवाल यह है कि यदि पुलिस की यह कार्रवाई नहीं होती, तो शायद ये सभी आरोपी शहर के किसी हिस्से में वारदात को अंजाम दे चुके होते।

यह घटना नगर सुरक्षा और खुफिया तंत्र की मजबूती की आवश्यकता को रेखांकित करती है। साथ ही यह भी स्पष्ट है कि अब केवल कार्रवाई नहीं, बल्कि पूर्वानुमान, सतर्कता और टेक्नोलॉजी आधारित निगरानी की जरूरत है।


📢 निष्कर्ष – हथियारों के साथ सड़कों पर घूमते लोग, कब तक?

मंदसौर जैसे शांत शहर में एक दिन में चार अवैध छुरे बरामद होना कोई छोटी घटना नहीं है। यह प्रशासन और नागरिकों – दोनों के लिए चेतावनी है।
पुलिस की यह कार्रवाई जहां एक संभावित अपराध को रोकने में सफल रही, वहीं यह भविष्य के लिए सुरक्षा व्यवस्था की पुनर्रचना की भी मांग करती है।

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