रेलवे कर्मयोगी रामेश्वर मीना की तत्परता से टली एक बड़ी दुर्घटना

,नीमच 4 मई 2025। भारतीय रेलवे में कार्यरत कर्मठ और सतर्क स्टाफ की वजह से आए दिन अनेक यात्रियों की जान-माल की रक्षा होती है। ऐसी ही एक मिसाल 3 मई की रात नीमच रेलवे स्टेशन पर देखने को मिली, जब टिकट चेकिंग स्टाफ की सतर्कता से एक महिला यात्री की जान बाल-बाल बच गई। यह घटना रेलवे की कार्य संस्कृति और मानवीय मूल्यों के उत्कृष्ट उदाहरण के रूप में सामने आई है।

घटना 3 मई की रात लगभग 10 बजे की है, जब गाड़ी संख्या 07020 हैदराबाद-जयपुर स्पेशल ट्रेन नीमच रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर पहुंची थी। टिकट चेकिंग के लिए ड्यूटी पर मौजूद वरिष्ठ टीटीई श्री रामेश्वर मीना अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए प्लेटफॉर्म पर उपस्थित थे। इसी दौरान जैसे ही ट्रेन चलने लगी, जनरल कोच से एक महिला यात्री अचानक प्लेटफॉर्म पर कूद गई। यह कूद इतनी अचानक और असंतुलित थी कि महिला सीधे पटरी की ओर गिरने वाली थी।
हालांकि स्थिति की गंभीरता को तुरंत भांपते हुए श्री मीना ने बिना एक पल गंवाए महिला को अपनी ओर खींच लिया। यह त्वरित और साहसी निर्णय एक संभावित दुर्घटना को टालने में सहायक सिद्ध हुआ और महिला यात्री की जान बच गई।
बाद में महिला ने जानकारी दी कि वह मंदसौर से ट्रेन में सवार हुई थी और उसे नीमच स्टेशन पर उतरना था। लेकिन स्टेशन कब आया, इसका उसे पता नहीं चला और जब ट्रेन चलने लगी, तो घबरा कर उसने कूदने का फैसला कर लिया। यदि श्री मीना उस वक्त सतर्क नहीं होते, तो यह फैसला उसकी जान के लिए भारी पड़ सकता था।
इस घटना के बाद महिला ने श्री रामेश्वर मीना और पूरे रेलवे प्रशासन का हृदय से धन्यवाद व्यक्त किया और कहा कि रेलवे के ऐसे संवेदनशील और तत्पर अधिकारी ही यात्रियों की सुरक्षा की गारंटी हैं।
गौरतलब है कि श्री रामेश्वर मीना को उनके समर्पित और संवेदनशील सेवाभाव के लिए पूर्व में भी कई बार सम्मानित किया जा चुका है। इस वर्ष उन्हें महाप्रबंधक, पश्चिम रेलवे द्वारा विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वे न सिर्फ अपनी ड्यूटी को जिम्मेदारी से निभाते हैं, बल्कि मानवीय मूल्यों का भी पूर्ण पालन करते हैं। पूर्व में भी वे कई बार यात्रियों की मदद और जीवन रक्षा जैसे कार्यों में अग्रणी रहे हैं।
रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी श्री खेमराज मीना ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि रेलवे स्टाफ विशेषकर टिकट चेकिंग स्टाफ अपनी जिम्मेदारियों के प्रति न केवल सजग हैं, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। इस प्रकार की घटनाएं यह सिद्ध करती हैं कि हमारे रेलवे कर्मी सिर्फ कर्मचारी नहीं, बल्कि कर्मयोगी हैं।
रेलवे प्रशासन ने इस घटना को उदाहरण स्वरूप लेकर यात्रियों से एक बार फिर अपील की है कि वे चलती ट्रेन से उतरने या चढ़ने का प्रयास न करें। यह अत्यंत खतरनाक हो सकता है और जानलेवा साबित हो सकता है। यात्रियों को स्टेशन आने की पूर्व जानकारी लेनी चाहिए और अपनी यात्रा को योजनाबद्ध तरीके से पूर्ण करना चाहिए।
संदेश स्पष्ट है – सुरक्षा में लापरवाही नहीं, सजगता ही जीवन रक्षा का उपाय है।
रेलवे का आग्रह:
“चलती ट्रेन में न चढ़ें, न उतरें। सतर्क रहें, सुरक्षित रहें। आपकी सुरक्षा, रेलवे की प्राथमिकता है।”
