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EXCLUSIVE: ‘हां मैंने ही कराया मूसेवाला का मर्डर’, विदेश में बैठे गैंगस्टर का ‘आज तक’ पर कुबूलनामा

1 year ago 0 3

भारत का मोस्ट वॉन्टेड अपराधी है. भारत की तमाम एजेंसियों को उसकी तलाश है. इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है. कनाडा पुलिस ने भी उसे वॉन्टेड की लिस्ट में डाल दिया है.उसके सिर पर डेढ़ करोड़ का इनाम रखा है. हम बात कर रहे हैं कुख्यात गैंगस्टर सतविंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ की. उसी गोल्डी बराड़ ने ‘आज तक’ से बात करते हुए अपना सबसे बड़ा कुबूलनामा दिया है. उसने देश के सबसे बड़े न् एक्सयूज ब्रांड ‘आज तक’ से खास बातचीत की और साल 2023 का सबसे विस्फोटक इंटरव्यू दिया. आइए आपको बताते हैं गोल्डी बराड़ के कुबूलनामे की बड़ी बातें.

इस बातचीत के दौरान गोल्डी ने अपना सबसे बड़ा बयान दिया. उसने कहा- ‘हां मैंने सिद्धू मूसेवाला का मर्डर करवाया है.’ साथ ही उसने इसकी वजह का खुलासा भी किया. इसके अलावा उसने कहा कि सलमान खान भी हमारे टारगेट पर है, मौका मिलेगा तो जरूर मारेंगे. गैंगस्टर गोल्डी ने साफ किया कि वो खालिस्तान का सपोर्ट नहीं करता. उसने ये भी कहा कि आईएसआई और खालिस्तान से उसकी दोस्ती नहीं है, जब नाम आएगा इनको मारने में आएगा.

गोल्डी बराड़ ने कहा कि कई दिन से मीडिया चला रहा है कि दाऊद इब्राहिम के साथ हमारा गठजोड़ हुआ है. मैं साफ कर देना चाहता हूं जिन लोगों ने देश में बम धमाके किए उनसे हमारी कोई दोस्ती नहीं. उसने कहा कि पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा से बात होती थी. उसी ने सिद्धू मूसेवाला से सुलह करवाई थी. उसने कहा कि वो ड्रग्स में डील नहीं करता लेकिन पाकिस्तान या हथियारों की तस्करी से उसने इनकार नहीं किया.

चलिए अब आपको सिलसिलेवार तरीके से वो बातचीत बताते हैं, जिसमें इंडियाज मोस्ट वॉन्टेड गोल्डी बराड़ ने बेबाकी से सवालों के जवाब दिए.

रिपोर्टर- कनाडा पुलिस ने आपके ऊपर इनाम रखा हुआ है और आपको 25 वॉन्टेड गैंगस्टर की लिस्ट में डाला हुआ है. क्यों डाला?

गोल्डी बराड़- देखो अरविंद जी इसके बारे में मैं कुछ कह नहीं सकता, मैं तो यही कहूंगा कि 17-18 से कनाडा में था जी लेकिन मैंने वहां कोई क्राइम नहीं किया. मुझे नहीं पता मुझे वॉन्टेड क्यों बनाया. ना मैं वहां पर हूं 2-3 सालों से. ना मैंने वहां रहकर कोई हरकत की. बिल्कुल आम बंदे की तरह जिंदगी व्यतीत की है. अपनी मेहनत की है. पता नहीं क्यों ऐसा कर रहे हैं, किसलिए कर रहे हैं?

रिपोर्टर- अभी सिद्धू मूसेवाला का मर्डर हुआ था पंजाब में और लॉरेंस बिश्नोई ने भी कहा कि आपका हाथ है. पंजाब पुलिस ने भी कहा. तो क्या सिद्धू मूसेवाला का मर्डर आपने ही करवाया?

गोल्डी बराड़- हां जी अरविंद जी, वो बात हमने पहले भी कुबूल की है जी. हम वो चीज करते ही नहीं जो छुपानी पड़े, ठीक है जी. कोई चोर नहीं हैं जो चोरी करके छुपाएंगे, जो चीज की है उसे छुपाने में कोई हर्ज नहीं है. बहुत सोच समझ के की है जी. जो हमें नही लगता कि हमने कोई नाजायज काम किया है जो छुपाएं. उसके लिए जो भी कुर्बानी देनी पड़ेगी हम देंगे. पर जो जरुरी था हमने कर दिया जी.

रिपोर्टर- क्यों करवाया सिद्धू मूसेवाला का मर्डर? लॉरेंस तो जेल में था, आपने ही शूटर अरेंज किया. आप ही ने सारी चीजें कीं तो क्यों करवाया एक सिंगर का मर्डर? किसलिए करवाया?

गोल्डी बराड़- ऐसा है अरविंद जी, पहली बात तो किसी भी चीज में मैं नहीं हूं, हम हैं. ठीक है. बहुत बड़ा भाईचारा है. बहुत कुर्बानी के बाद, बहुत कुर्बानी के बाद भाईचारा जुड़ा है. जो किया है सारा भाईचारा किया है. लॉरेंस ग्रुप-काला जठेड़ी ग्रुप ठीक है, मैं अकेला कुछ नहीं हूं करने वाला. सारे भाइयों ने मिलकर किया है. काम और इस काम का कोई एक-आध रीजन हो तो मैं बताऊं आपको. इसके मल्टीपल रीजन हैं जी. वो अंहकारी था. बिगड़ा हुआ था. जिसके पास पैसा जरूरत से ज्यादा था. जिसके पास में पॉलिटिकल पावर, पुलिस की पावर जरूरत से ज्यादा थी. जिसका वो मिसयूज़ कर रहा था. उसको सबक सिखाना जरूरी था. उसको सबक सिखा दिया जी. बस इतनी सी बात है जी. उसने हमारे कुछ पर्सनल ऐसे नुकसान किए हैं, कुछ ऐसी गलतियां कर बैठा जो माफी के लायक नहीं थीं. जो हमने सजा देनी थी हमने दे दी जी. जब सरकार इंसाफ ना करे भाई साहब, जब एक अमीर जिसकी करोड़ों की मंथली इनकम है. जिसके साथ एसएसपी, डीजीपी उठते बैठते हैं, जिसकी ऊपर तक पहुंच है, ऐसे में अपने को कोर्ट से क्या इंसाफ मिलता? तो हमने खुद न्याय कर दिया जी और इसका कोई एक रीजन नहीं है.

रिपोर्टर- एक उभरता हुआ सिंगर जिसके इतने चाहने वाले थे. उसको मरवाने का कोई तो रीजन होगा? आपने कहा मल्टीपल रीजन थे, कोई तो एक रीजन होगा? ये भी बताया जाता है कि विक्की मिड्डुखेड़ा का, आपके भाई गुरलाल बराड़ का मर्डर हुआ उसमें रोल था, आखिर क्या वजह थी कि मर्डर करवाया?

गोल्डी बराड़- देखो अरविंद जी पर्सनल रीजन इतने हैं कि मैं आपको डिटेल्स में बताने लग जाऊं तो घंटा-डेड़ घंटा लग जाएगा. तो मैं डेप्थ में नहीं जाऊंगा. आपको एक दो मोटी-मोटी सी बातें बता देता हूं जी. जो मान लो प्रूव भी हो सकती हैं. अगर पुलिस प्रूव करना चाहे या आप पर्सनल तोर पर करना चाहो ना इन्वेस्टिगेट करोगे तो चीजें छुपा नहीं सकता कोई. उन चीजों में जो दूसरे बंदे इन्वोल्व थे वो तो आज भी जिंदा हैं जी. सिद्धू जो उसके बंदे उसकी मदद कर रहे थे वो आज भी जिंदा है ना जी. उनकी बारी तो अभी आई नहीं है. अगर कोई पुलिस वाला या आप जांच कर लो अगर झूठी निकले तो बता देना जी. हमारे दुश्मनों के साथ उनके बाईनेम हमारे भाईयों के मर्डर में हैं ठीक है.

मैंने कई पत्रकारों को कॉल लगाया विक्की मिडुखेड़ा भाई के मर्डर के बाद. एक पत्रकार को फोन लगाया था सिद्दू के मारने के पहले कि इसका सरेआम नाम आ रहा है. पुलिस कुछ नहीं कर रही है. कांग्रेस की सरकार है. इसका सीएम के साथ उठना बैठना है. इसका डीजीपी के लड़के के साथ उठना बैठना है. ये डीजीपी की गाड़ी में बैठते हैं. दारु पीके हर टाइम घूमते हैं. इसको किसने पूछना था जी. हमने जोर लगाया हमारी जितनी अप्रोच थी. कोई तो पूछो इसका नाम आया और ये सरेआम घूम रहा है अफसरों के साथ. किसी ने नहीं पूछा जी. ठीक है, और विक्की मिडुखेडा का भाई अजय रोता रहा जी मीडिया में जा जाके कि मेरे भाई को मरवाया है. इसको कोई पूछता क्यों नहीं है? किसी ने नहीं पूछा जी उसको क्योंकि सरकार में डीजीपी के लड़के के साथ उठना-बैठना था. सीएम के साथ उठना-बैठना था.

आतंकी रिंदा के बारे में गोल्डी बराड़ ने कहा कि रिंदा भाई मुझे जानता है. इसमें कोई दो राय नहीं, लेकिन मैं गलत के साथ सहमत नहीं या किसी आईएसआई के साथ नहीं. कभी कभार हो जाती थी बात उससे. अब तो खैर जमाना हो गया. उनसे भी बात इसी से रिलेटिड हुई थी जी. ये सिद्धू ने कांटेक्ट किया था जी रिंदे भाई को. किसी बंबीहा गैंग वाले बंदे के थ्रू करा होगा. उस दौरान रिंदा भाई ने कहा था कि इसको माफ कर दो. इस से राजीनामा कर लो तो एक बारी राजीनामा हो भी गया था. फिर उसने ऐसी हरकतें कर दीं कि वो माफी के लायक नहीं थीं तो इसलिए उनसे दोबारा बात की. उनसे कहा कि यार आप ने राजीनामा करवाया था लेकिन इसने फिर भी ऐसी गलतियां कर दीं, जिस से हमारा नुकसान हो गया. वो भाई भी सहमत थे कि हां इसने गलतियां की हैं.


रिपोर्टर- अब जो इंडियन एजेंसी हैं, वो कहती हैं कि आप पर आतंकवाद फैलाने का आरोप है. आप के खिलाफ UAPA के तहत मामला दर्ज है और ये भी बताया जा रहा है कि आप खालिस्तानी आतंकियों के साथ मिलकर टारगेट किलिंग करा रहे हैं. पंजाब में आतंकवाद फैला रहे हैं. पंजाब पुलिस ने आपके खिलाफ इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाया है. पाकिस्तान में आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा के साथ मिलकर आप आतंकवाद फैला रहे हैं?

गोल्डी बराड़- हां जी, मुझे नॉलेज है जी इसकी. पर बात ये है अरविंद जी कि मैं नहीं सपोर्ट करता खालिस्तान को. ठीक है. और मैं स्पष्ट शब्दों में ये बात कहता हूं पूरी जिम्मेदारी के साथ. ठीक है. कुछ बंदे हैं जिनकी आइडियोलॉजी इसी खालिस्तान को लेकर है. उनके साथ मेरे पर्सनल रिलेशन किसी पुराने टाइम में रहे हैं जी. व्यक्तिगत तौर पर रहे हैं. पर इसका मतलब ये नहीं है कि मैं उनकी आइडियोलॉजी के साथ सहमत हूं.

लॉरेंस भाई साहब हिंदू परिवार से हैं और पंजाब के निवासी हैं जी. अबोहर में रहते हैं. उनका भी उतना ही हक है जी पंजाब में जितना हमारा सिखों का. ठीक है, हम उनको कैसे कह दें कि पंजाब छोड़ के बाहर चले जाओ. खालिस्तान बनाना है. और अरविंद जी बात ये है कि जब तक जरूरत नहीं है मेरे को मैं पंजाब में रहा हूं. ठीक है. हमारे सारे रिश्तेदार खानदान पंजाब में रह रहे हैं. जितना मान-सम्मान सिखों को चाहिए उतना मिलता है जी. पंजाब में सबसे ज्यादा मिलता है. सब राज्यों के लोग मान सम्मान करते हैं. इसमें कोई दो राय नहीं है. ठीक है. कुछ अफसरों ने कुछ नेताओं ने धर्म के नाम पर मारा है. हम उनके खिलाफ हैं. हमने उसको मरवाया जिसने सिख गुरु ग्रंथ साहब के साथ बेअदबी की थी. इसका मतलब ये नहीं है कि हम खालिस्तान के सपोर्ट में हैं. ठीक है. मैं खालिस्तान के साथ सहमत नहीं हूं. कहने को कोई कुछ भी कहता रहे.

रिपोर्टर- क्या आईएसआई जो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी है, उसके साथ आपकी सांठ-गांठ हैं? क्या आप आईएसआई के इशारे पर काम कर रहे हैं?

गोल्डी बराड़- अरे नहीं भाई साहब. ये अफवाहें बनाने को कोई कुछ भी बना दे. हमें हर तरह के बंदे अप्रोच करते हैं जी. इसमें कोई दो राय नहीं है. पर क्या करना है क्या नहीं करना है वो हमें पता है जी. ठीक है. हमें जिस काम को करने की जरूरत नहीं है हम नहीं करेंगे और जो हम कर सकते हैं वो हम करेंगे. और उन लोगों को जिन्होंने बम धमाके करवा रखे हैं पूरे देश में, उनके दोस्त नहीं हैं. कभी हमारा अगर नाम आएगा तो उनको मारने में आएगा.

दाउद के साथ भी हमारा नाम जोड़ रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं है. उन्होंने अप्रोच की होगी. पर हमने कभी उनसे कोई भी संपर्क नहीं किया. ना हम करेंगे. ना ही हमारा उनके दोस्तों के साथ कभी नाम आया. ना आएगा. अगर कभी नाम आएगा तो इनको मारने वालों के साथ आएगा. दोस्ती कभी नहीं.

आईएसआई के साथ हमारा कभी नाम नहीं आएगा. करने को तो दुनिया अप्रोच करती है जी. पर हमारी मर्जी हमें किसके साथ क्या करना है और किसके साथ क्या नहीं करना है. कभी नाजायज काम नहीं करेंगे. जिनके साथ हमारी दुश्मनी है वो है, लोग कहते हमने सिद्धू को पब्लिसिटी के लिए मरवा दिया. अगर ऐसा करना होता तो उसका करते जो अलर्ट रहता है या जिसको थ्रेट और बाम्बे में भाई साहब सारे एक्टर अकेले अकेले चलते हैं करना होता उन पर करते. आप सिद्धू मूसेवाला के चुनाव प्रचार का वीडियो निकलवा लो. मैं दावा करता हूं कि जो बंदे हमारे लोगों के मर्डर में बाइनेम आरोपी हैं, वो इसके घर पर रहते थे. इसके साथ गाड़ियों में होते थे. इसकी रैली में होते थे.

रिपोर्टर- इसका मतलब ये नहीं है की आप कानून को अपने हाथ में लेंगे और भी तरीके हैं. पुलिस के पास जाते, कोर्ट में जा सकते थे.

गोल्डी बराड़- हमने वो सब किया जो कर सकते थे. मैं 15 अगस्त 2017 को बाहर आ गया था इंडिया से. और 11 अक्टूबर 2020 को मेरे भाई विक्की की डेथ हुई थी. उसका मर्डर हुआ था. ठीक है. तब तक कोई एक बंदा प्रूव कर दे कि मैंने किसी को फोन करके गाली भी दी है कभी. कभी मैंने किसी से फिरौती मांगी, या कुछ भी. मैं भी बाहर बैठकर फिरौती के लिए कॉल कर सकता था. लेकिन मैंने रोज 18 घंटा काम किया है. मेहनत करके रोटी खाई है. एक सीधी साधी जिंदगी जीना चाहते थे. पर जब मेरे भाई को नाजायज मार दिया.

रिपोर्टर- अभी तिहाड़ जेल में मर्डर हुआ टिल्लू ताजपुरिया का आपने क्लेम किया की आपने मरवाया है.

गोल्डी बराड़- वो हमारे भाई हैं जी (मारने वाले)

आज तक से साभार

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