हिमाचल के कुल्लू में बादल फटने से आए सैलाब में राजस्थान के अजमेर जिले के 7 युवक बह गए। इनमें से चार की मौत हो गई जबकि तीन की तलाश की जा रही है। घटना के बाद कुल्लू प्रशासन ने कुछ तस्वीरें उपलब्ध कराई हैं, लेकिन पानी से चेहरे पहचानने में परेशानी हुई तो परिजन ने उनके शरीर पर बने टैटू पहचान की।
परिजन शव लेने शुक्रवार रात चंडीगढ़ और कुल्लू के लिए रवाना हुए। हालांकि, शुक्रवार शाम तक भी सरकार या स्थानीय प्रशासन की ओर से इस बारे में कोई पुष्टि नहीं हो सकी।
दरअसल, 7 जुलाई को ब्यावर के चैत्य सांखला, साहिल तेजी, लालचंद डुलगच, नितेश पंडित, संदीप सांगला, नरेंद्र सिंह और अक्षय कुमावत मनाली के लिए निकले थे। इनमें साहिल, लालचंद, नरेंद्र और चैत्य की मौत हो गई है।
8 जुलाई को आखिरी बार परिजन से बातचीत तब वे मनाली से कुछ दूरी पर थे जहां चाय पीने के लिए रुके थे। कुछ देर बाद वहां बादल फटने से अचानक सैलाब आया और सभी को बहा ले गया। तब से परिजन उनसे संपर्क करने का प्रयास कर रहे थे।पापा अभी चाय पीने रुके हैं, थोड़ी देर बाद बात
करता हूं…
पापा अभी चाय पीने रुके हैं, थोड़ी देर में मनाली पहुंच जाएंगे। होटल पहुंचकर आपसे आराम से बात करता हूं…कुछ यही शब्द थे साहिल तेजी के जिसने अपने पिता लक्ष्मण तेजी के साथ 8 जुलाई की रात को मनाली पहुंचने से पहले मोबाइल पर बात की थी। भास्कर