नागदा-मथुरा रेलवे ट्रैक अब पूरी तरह सुरक्षित
पश्चिम मध्य रेलवे, कोटा मंडल प्रेस विज्ञप्ति 737/2025 दिनाँक 12.02.2025


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कोटा। पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल में मिशन रफ्तार प्रोजेक्ट तेज गति से आगे बढ़ रहा है। डीआरएम कोटा श्री अनिल कालरा एवं मुख्य परियोजना प्रबंधक-गति शक्ति यूनिट के नेतृत्व में नई दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर 160 किमी प्रति घंटा की गति हासिल करने के लिए यह कार्य किया जा रहा है। इस परियोजना के अंतर्गत नागदा से मथुरा के बीच कुल 545 किमी की दूरी को अपग्रेड किया जा रहा है।

परियोजना का विवरण:
- इस प्रोजेक्ट पर कुल 2890.39 करोड़ रुपये की लागत आ रही है।
- नागदा-मथुरा खंड को तीन भागों में विभाजित कर कार्य किया जा रहा है:
- मथुरा-गंगापुर सिटी (152 किमी)
- गंगापुर सिटी-कोटा (172 किमी)
- कोटा-नागदा (221 किमी)
- इलेक्ट्रिकल, सिग्नल एवं दूरसंचार तथा इंजीनियरिंग विभाग के कार्य तीव्र गति से चल रहे हैं।

- इंजीनियरिंग और संकेत एवं दूरसंचार कार्य लगभग पूर्ण हो चुके हैं।
- इलेक्ट्रिकल विभाग के अंतर्गत ओवरहेड इक्विपमेंट (OHE) का कार्य गंगापुर सिटी-नागदा खंड में शेष है, जिसे मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
मिशन रफ्तार की अब तक की उपलब्धियां:
✅ 545 किमी ट्रैक पर 1090 किमी लंबा सुरक्षा घेरा पूरा – अब रेलवे ट्रैक मवेशियों से मुक्त रहेगा। ✅ 87 विद्युत लोको में ‘कवच’ सुरक्षा प्रणाली का इंस्टॉलेशन पूरा। ✅ 549 किमी में 117 नए ‘कवच’ टावर स्थापित। ✅ 4 मुख्य एवं 300 छोटे पुलों का पुनर्वास – संरचनात्मक मजबूती में वृद्धि। ✅ 6028 से अधिक ब्रिज स्लीपर बदले गए। ✅ 91% ट्रैक अब 160 किमी प्रति घंटा की गति के लिए तैयार। ✅ 54 अनाधिकृत रेलवे क्रॉसिंग समाप्त – सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी। ✅ 50 से अधिक ट्रैक कर्व्स में सुधार – स्पीड और स्थिरता बढ़ेगी। ✅ 516 ‘थिक वेव स्विच’ स्थापित – ट्रैक बदलते समय कंपन कम होगा।

जल्द पूरा होगा कार्य
कोटा मंडल में मिशन रफ्तार परियोजना 85% पूरी हो चुकी है और शेष कार्य को तेज गति से मार्च 2025 से पहले पूरा करने का लक्ष्य है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद इस रूट पर ट्रेनों की गति और सुरक्षा में अभूतपूर्व सुधार होगा।
