मध्य प्रदेश राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष श्री प्रताप करोसिया ने सुशासन भवन स्थित सभा ग्रह में सभी नगरी निकाय एवं अन्य विभागों के साथ एक संयुक्त बैठक कर दिशा निर्देश प्रदान करते हुए कहा कि ऐसे सफाई कर्मचारी जिनकी 10 वर्ष की सेवा पूर्ण हो चुकी है तथा वे विनियमित कर्मचारी हैं। उनको 1 माह के भीतर नियमित करें। सभी सफाई कर्मचारियों का 1 से 7 तारीख तक वेतन का भुगतान करें। 1 तारीख तक सभी कर्मचारियों की पत्र जमा हो जाए। इसके लिए नीचे के तंत्र को ठीक करें। अनुकंपा नियुक्ति के अंतर्गत जितने भी केश लंबित है। उन केश में 15 दिवस के भीतर नियुक्ति प्रदान करें। बैठक के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती रमादेवी बंसी लाल गुर्जर, हुडको के संचालक श्री बंसी लाल गुर्जर, अपर कलेक्टर श्री आरपी वर्मा, जिला अधिकारी, नगरी निकाय के अधिकारी, कर्मचारी, कर्मचारी संगठन के प्रतिनिधि मौजूद थे।
स्वास्थ्य विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि सफाई कर्मचारियों को रखने के लिए ठेकेदारी प्रथा बंद करें। मध्यप्रदेश में ठेकेदारी प्रथा को निरस्त कर दिया गया है। इसके लिए सफाई कर्मचारियों को संविदा के आधार पर नियुक्त करें। जितने भी सफाई कर्मचारी है, उनको नियमित कैसे किया जा सकता है। इसके लिए सारे नियम देखें। दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को मृत्यु होने पर 2 लाख 25 हजार एवं विनियमित कर्मचारी को 1 लाख की राशि प्रदान की जाती है। दैनिक एवं विनियमित दोनों कर्मचारियों को ग्रेजुटी प्रदान करें। सभी कर्मचारियों का ईपीएफ एवं ईएसआई का कटोतरा करें। यह कार्य 1 माह में पूर्ण करें। इसके साथ ही सभी कर्मचारियों को पीएफ की डायरी भी प्रदान करें। सफाई कर्मचारियों को मौखिक बोलकर निलंबित न करे। कर्मचारी पर सीधी कार्यवाही न करें। सभी अधिकारी बैठक के दौरान जो निर्देश प्रदान किए गए हैं। उसकी कार्यवाही की 10 दिवस के भीतर रिपोर्ट आयोग को प्रस्तुत करेंगे और जो निर्देश दिए गए उनका सख्ती से पालन करेंगे।