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राजनीति का खेल या खेल से राजनीति…सुवासरा विधानसभा

1 year ago 0 8

देश में इन दिनों आईपीएल का जादू सर चढ़कर बोल रहा है l इस जादू से सुवासरा विधानसभा क्षेत्र भी अछूता नहीं रह गया है l क्षेत्र में इन दिनों क्रिकेट ही नहीं कई प्रकार के खेल के प्रति प्रेम भी अचानक बढ़ गया है l प्रेम इतना बड़ा है कि खेल प्रतियोगिताओं की बाढ़ आ गई l जगह-जगह कबड्डी क्रिकेट खो-खो वालीवाल खेले जा रहे हैं l विधानसभा में कोई जगह जगह थैले बांट कर सुवासरा विधानसभा में पैराशूट लैंडिंग के प्रयास में है l उसी थैले से निकली गेंद अब क्रिकेट के मैदान पर कमाल दिखाने को आमादा है l इन दिनो सुवासरा विधानसभा में कई छोटे-बड़े कस्बों, गांव खेड़ों में क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है l इन आयोजनों में मोटा इनाम राशि भी रखी जा रही है साथ ही सिंघम स्टाइल में नेताओं का आना भी चर्चा का केंद्र बना हुआ है l अलग-अलग पार्टियों के नेताओं द्वारा संपूर्ण खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है l खेलों के प्रति बढ़ता अचानक प्रेम कहीं न कहीं सत्ता प्रेम से जुड़ा हो प्रतीत हो रहा है कोई क्रिकेट का आयोजन कर रहा है कोई कबड्डी का आयोजन कर रहा है l सूत्र बताते हैं कि यह सब कहीं न कही विधानसभा सीट का टिकट पाने के लिए रस्साकशी हो रही है l केंद्रीय राजनीति में मोदी के नाम का सहारा लेकर अपनी चुनावी वैतरणी पार करने वालों को भी यह खेल अब अपनी सीट बचाने का जरिया दिखाई दे रहे हैं l क्षेत्र में बच्चों के नन्हे हाथों के सहारे वोटरों के दिलों दिमाग पर छाने के लिए उनके दिल ओ दिमाग से भीषण गर्मी में सितोलिया खेला जा रहा है l जिस स्कूल प्रांगण में यह खेल खेले गए भले ही उसे स्कूल की छतें एवं बिल्डिंग पानी से टपक रही है एवं प्लास्टर खर खर कर गिर रहा हो परंतु वहां हजारों रुपए लगाने के लिए नहीं है अपितु उसी प्रांगण में खेलो पर करोड़ों रुपए बहाए जा सकते हैं l नेतागण पब्लिक से जुड़ाव का यह सबसे आसान एवं जल्दी वाला तरीका मान रहे हैं जो डायरेक्ट पब्लिक को टच करता है l

फाउंडेशन एक तरह का मेकअप मैटेरियल है जो कि महिलाओं के चेहरे को चमकाने में काम में आता है परंतु इसी फाउंडेशन का सहारा लेकर कुछ लोग अपना चेहरा भी चमकाने की फिराक में बैठे हैं l धरातल पर काम हो ना हो बल्ले और गेंद की जंग जरूर छिड़ी हुई है अब इस जंग में बल्ला जीता है या गेंद या फिर थैला ..?? कबड्डी कबड्डी भी चल रही है जिसमें सब एक दूसरे की टांग खींचने में लगे हुए हैं आप कौन किसकी टांग ज्यादा खींचकर सबसे पहले सीट रूपी पाले तक पहुंचता है यह समय की बात है जनसेवा से जुड़े मुद्दों और जमीनी काम , आम आदमी की समस्याओं को हल करने के प्रयासों से दूर खेल-कूद और मनोरंजन के कार्यक्रम राजनीति में कितना आगे बढ़ा पाएंगे यह देखना है । क्षेत्र मे स्वास्थ्य विभाग की समस्याएं, शिक्षा से जुड़े मुद्दे,,क्षेत्र में हो रहे भ्रष्टाचार को अनदेखा करके राजनीतिक लोग अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए खेलों की नौटंकी कर रहे हैं।

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