गुरुवार शाम लगभग 6:30 बजे बाद भयानक तूफान बिपरजोय का गुजरात में लैंडफॉल हुआ किसी भी तूफान का जमीन से टकराने की प्रक्रिया को लैंडफॉल कहा जाता है लैंडफॉल होते समय हो की रफ्तार 125 से 140 किलोमीटर प्रति घंटा की थी जो बहुत ही खतरनाक है lलैंडफॉल होने के बाद पूरा कच्छ का रण बारिश से भर गया साथ ही 5 लोगों की मौत की भी खबर है l इस तूफान का केंद्र जिसे आई कहा जाता है उस आई की लंबाई 50 किलोमीटर बताई जा रही है l जो कि बहुत ही विशाल है कच्छ के रण के बाद यह राजस्थान की ओर बढ़ रहा है इसके बढ़ने की रफ्तार 13 किलोमीटर प्रति घंटे बताई जा रही है भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर ब्लैकआउट तूफान से बाड़मेर के कई गांवों में सैकड़ों बिजली पोल व पेड़ गिर गए। इससे भारत-पाक बॉर्डर और उससे सटे गांवों में ब्लैकआउट हो गया। गुरुवार दोपहर 3 बजे बाद पाक की तरफ से उठे रेतीले तूफान के साथ 60-70 किमी की रफ्तार से आंधी चली। काले घने बादलों के साथ तेज बौछारों का दौर शुरू हो गया। सूखा रण भी तर हो गया।
पिता-पुत्र और उनके 23 पशुओं की मौत
गुजरात ‘के भावनगर में तूफान के कारण पिता-पुत्र की मौत हो गई। गुरुवार सुबह से हुई बारिश के बाद जिले के सिहोर शहर के पास भंडार गांव से गुजरने वाली खंती में पानी बहने लगा।अचानक पानी आने से बकरियों का झुंड गड्ढे में फंस गया। उन्हें बचाने गए 55 साल के रामजी परमार और उनका बेटा राकेश परमार (22) खंती में गए, लेकिन तेज बहाव में बह गए। इसी हादसे में 22 बकरियों और एक भेड़ की भी मौत हो गई l
आज नुकसान का आकलन करेगा प्रशासन
गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पाण्डेय ने बताया- प्रशासन शुक्रवार को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगा। उसके बाद नुकसान की वास्तविक जानकारी मिलेगी। अब तक जो इनपुट्स आए हैं, उसके अनुसार 22 लोग घायल हुए हैं। 23 पशुओं की मौत हुई हैं, जबकि 524 पेड़ गिरे हैं।94 हजार से ज्यादा लोगों को तटीय इलाकों से रेस्क्यू किया गया था। कोस्ट गार्ड ने 15 जहाज और 7 एयरक्राफ्ट तैयार रखे थे। NDRF की 27 टीमें भी तैनात थीं।पीएम मोदी ने गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल से बात की और स्थिति की जानकारी ली थी। इसके बाद पटेल स्टेट कंट्रोल रूम भी पहुंचे थे।