डिंडोरी की एक बहुत ही दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है जिसमें एक मजबूर पिता को अपने नवजात बेटे का शव थैले में रखकर बस से अपने घर जाना पड़ा प्राप्त जानकारी के अनुसार डिंडोरी निवासी सुनील धुर्वे की बीवी जमुना बाई की पहली डिलीवरी डिंडोरी में हुई थी जहां पर बेटे की तबीयत खराब होने पर उसे जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था l 2 दिन इलाज के पश्चात नवजात की मृत्यु हो गई मृत्यु होने पर पिता द्वारा शव वाहन की मांग की गई l परंतु जबलपुर मेडिकल कॉलेज द्वारा शव वाहन उपलब्ध कराने से मना कर दिया गरीब होने के कारण वह अलग से वाहन नहीं कर सकता था l तो मजबूरी में उसने शव को थैले में रखा और अपने आंसुओं को पी कर बस में बैठ गया सुनील धुर्वे ने बताया कि यदि वह रोता और बस में सवारियों कोई स्टाफ को पता चल जाता तो वह उसे बस से उतार देते हैं l आज नवजात शिशु को नर्मदा के किनारे दफनाया जाएगा l भास्कर