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पूर्व सैनिक का आई कार्ड ही मंत्रालय का गेट पास होगा: कमलनाथ

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भोपाल, 25 जून, 2023 (यशस्वी दुनियां) सैनिक अपना पूरा जीवन देशभक्ति के लिए समर्पित करता है कोई सैनिक कैंटीन में काम करता है, कोई मेडिकल में तो कोई सैनिक सीमा रहकर देश की रक्षा के लिए काम करता है। यह प्रश्न ही नहीं है कि सैनिक कहां का है, किस ब्रांच में काम करता है लेकिन उसने जो निष्ठा के साथ देश सेवा की है उसका सम्मान किया जाना चाहिए। क्या कैंटीन और मेडिकल ब्रांच में काम करने वाले सैनिकों की सहायता के बिना सीमा पर दुश्मनों के साथ लड़ने वाला सैनिक अपना काम कर सकता है, नहीं कर सकता, इसलिए सभी सैनिक सम्माननीय हैं। विश्व में ऐसा कोई देश नहीं है, जैसा भारत देश है। आपने जब देश की सेवा की तो कितने धर्म के लोग, कितनी जातियों के लोग, कितनी भाषाओं के लोग, कितने विभिन्न त्यौहारों को मानने वाले लोग थे, कितने देवी-देवताओं को मानने वाले लोग आपको मिले होंगे, लेकिन उन सब मंे एक ही भावना होती है, वह है देश सेवा की भावना। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने आज मप्र कांग्रेस मुख्याल में मप्र कांग्रेस पूर्व सैनिक विभाग के एक दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन को संबोधित करते हुये यह बातें कहीं।
श्री कमलनाथ ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को कैसा प्रदेश सौंपना चाहते हैं, भारत देश ने सिख धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म को जन्म दिया। कोई ऐसा देश नहीं है विश्व में कितने धर्म हो, इतनी जातियां, इतनी भाषाएं हो, इतने देवी देवता हैं, इतने त्यौहार है, आज अपना देश एक झंडे के नीचे खड़ा है, क्योंकि हमारे देश की संस्कृति देश को जोड़ने की संस्कृति है, हम दिल जोड़ते हैं, संबंध जोड़ते हैं, रिश्ता जोड़ते हैं। इसलिए आज हमारा देश एक झंडे के नीचे खड़ा है। लेकिन आज इस संस्कृति का क्या हाल है। आप सब देख रहे हैं, मणिपुर में क्या होता है रोज इतने सारे लोग मारे जा रहे हैं, आदिवासी गैर आदिवासी के बीच विवाद हो रहा है। तमिलनाडु में हिंदी का विवाद, पंजाब में खालिस्तान के नारे लगने शुरू हो गए। आपने अपना जीवन देश सेवा में समर्पित किया, आप देश के रक्षक बने आपको सांस्कृति का रक्षक भी बनना है।
श्री कमलनाथ ने कहा कि आप संस्कृति के रक्षक बनेंगे तभी आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित रहेगा आपने देश की सेवा बहुत की है, अब आपको समाज की सेवा करना है। आपने बॉर्डर पर सेवा की क्योंकि आपको देश की चिंता थी, अब आपको आगे आने वाली पीढ़ी की चिंता करनी है। आज जवान दुखी किसान दुखी छोटा व्यापारी दुखी है। आज प्रदेश की तस्वीर क्या है, भ्रष्टाचार है पूरे प्रदेश में। पैसे दो और काम लो वाला मध्य प्रदेश नहीं बनाना है हमें। नौजवानों को सबसे बड़ी चुनौती आज हमारे सामने है। आज नौजवानों के भविष्य की चिंता है।
श्री कमलनाथ ने कहा कि आपने आरक्षण की बात की यह आपकी बहुत ज्यादा जायज मांग है, कांग्रेस सरकार बनने पर वह पूरी होगी। चार महीने बचे हैं। अपनी सरकार आएगी और मैं आपको कहना चाहता हूं जब कांग्रेस की सरकार बनेगी मंत्रालय में आपका जो फौजी का आईडी कार्ड है, यहीं मंत्रालय का गेट पास होगा।
श्री कमलनाथ ने कहा कि मैं मेजर जनरल श्रीवास्तव की बात सुन रहा था, उन्होंने बताया कि सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में कैसे ध्यान मोड़ते हैं, भाजपा चाहती हैं कि ऐसा ध्यान मोड़ दो जिससे जनता इमोशनल हो जाये। बीजेपी ने 2014 में रोजगार की बात की किसानों की बात की, लेकिन जब चुनाव आए इन्हांेने इमोशनल तौर पर ध्यान मोड़कर सर्जिकल स्ट्राइक की बात की, पाकिस्तान की बात की, लेकिन रोजगार नहीं दिया। कितने अनुशासन के साथ इस कार्यक्रम का संचालन किया है इसके लिये मेजर जनरल श्रीवास्तव को बधाई देता हूं, जनरल श्रीवास्तव के मन में भावना थी कि सैनिकों के लिए कोई आवाज उठाई जाए उन्होंने यह करके दिखाया है। अंत में आपसे कहना चाहता हूं सच्चाई का साथ दीजिए, सबको सच्चाई बताईयें, अगले चार महीनों की कार्ययोजना बनाईये। आप मन में ठान लीजिए अगले चार महीनों में आप कितने लोगों को सच्चाई समझाएंगे।
राज्यसभा सांसद दिग्विजयसिंह ने कमलनाथ जी को संबोधित करते हुये कहा कि हमें आप पर भरोसा है, क्योंकि आप जो कहते हैं वह करते हैं। आप की कथनी और करनी में अंतर नहीं है। सैनिकों की जो मांगे है उसको आप विचार तो करेंगे ही लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जो भूतपूर्व सैनिक रिटायरमेंट के बाद आता है उसमें 20-25 साल तक और काम करने की क्षमता है, उसको आपको सकारात्मक रूप से कहां मुड़ना है यह जवाबदारी सरकार की होती है। उनके लिए बोर्ड है उसके बावजूद हम देखते हैं कि उनकी छोटी-छोटी मुसीबतों को पूरा नहीं किया जाता है। लेकिन यह तो हद कर दी भारतीय जनता पार्टी ने कि जो 10 परसेंट का आरक्षण कांग्रेस पार्टी ने भूतपूर्व सैनिकों को दिया है, वह बीजेपी ने समाप्त कर दिया है, यह हमें स्वीकार नहीं है। कांग्रेस सरकार में भूतपूर्व सैनिकों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण बहाल किया जाये।
मेजर जनरल श्याम श्रीवास्तव जी ने कहा कि 15 से 35 साल तक देश की रक्षा में अपनी सेवाएं देकर अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले पूर्व सैनिक जब अपनी सेवाएं पूरी करके वापस आते है तो उनमें से अधिकांश सैनिकों की उम्र महज 35 से 45 साल की ही होती है। उस समय उनके पास सबसे ज्यादा जिम्मेदारियां परिवार को चलाने की होती हैं और सीमित पेंशन में अपने परिवार का गुजारा करना बहुत मुश्किल होता है। देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सरकारें अपने पूर्व सैनिकों को आरक्षण देती आ रही है। मध्यप्रदेश में भी यह आरक्षण व्यवस्था लागू थी, परंतु बीते समय में हुई पुलिस भर्ती से मध्य प्रदेश सरकार ने पूर्व सैनिकों का आरक्षण समाप्त कर इस व्यवस्था पर विराम लगा दिया। यहीं नहीं पूर्व सैनिकों द्वारा विरोध करने पर उनके विरुद्ध पुलिस में कई क्रिमिनल धाराओं के साथ केस दर्ज करवा दिए गये है। पूर्व सैनिक सरकार के इस रवैये पर कुछ अधिक तो नहीं कर सके पर आगामी चुनाव में पूर्व सैनिक एकजुट होकर भाजपा सरकार को पराजित करने के लिए मुखर रहेगी।
अधिवेशन में पूर्व मंत्री पी.सी. शर्मा, प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष जे.पी. धनोपिया, पूर्व सैनिकगण मनोहर बाथम, बलवीर सिंह तोमर, जगदीश धनकड़, मानसिंह कोली, मेहबूब अंसारी, एन.एस. रूपरा, राजेश कुमार चौधरी, होमसिंह बघेल, शैलेन्द्र पटेल, चेतन कुमार साहू। कार्यक्रम का संचालन लेप्टीनेंट कमांडर दीपिका सिंह ने किया।

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