नेताजी से गहन चर्चा…नेताओं के दौरों पर जनहित की बातें आजकल गुजरे जमाने की बातें हो चुकी है l किसी भी नेता के आगमन पर उसे अपने घर बुलाना चाय नाश्ता करवाना और उन चाय नाश्ता के फोटो को सोशल मीडिया पर वायरल करना ही राजनीति में सफलता का पर्याय माना जाने लगा है
इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि उस नेता से आपने नगर हित की, जनहित की समाज हित, की राष्ट्रहित की क्या चर्चा की …?? यदि नेता स्टेज पर बैठा है किसी सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित कर रहा है और उस बीच आप आपने उससे चाय पानी की बोतल का भी पूछ लिया है तो सोशल मीडिया पर उस चित्र को यह कह कर प्रकाशित किया जाएगा कि नेताजी से गहन गंभीर चर्चा करते हुए l जबकि असल में उस वक्त आप उस नेता के कान में चाय पानी की चापलूसी कर रहे होते हैं l बड़े नेताओं से संपर्क दिखाना आज की बात नहीं है अपने अपने संस्थानों पर नेताओं के साथ फोटो खिंचवा कर बड़े-बड़े फ्रेम करवा कर लगाना पुराना शगल है परंतु आजकल छोटे-छोटे निजी चर्चा खाने पीने पल तक कैमरे में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल किए जा रहे हैं l अक्सर यह देखा जाता है की इन फोटो खींचने वाले पलों में सामने वाले नेता का ध्यान चाहे कहीं भी हो वह आपको भाव ही नहीं दे रहा हो परंतु फोटो खिंचवाने वाले व्यक्ति का ध्यान अवश्य कैमरे पर होता है l