यूक्रेन-रूस टेंशन के बीच पुल के विस्फोट से खेली जा रही खतरनाक खेल एक बड़ी खबर रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे भीषण युद्ध के दौरान सामने आ रही है। इस बार क्रीमिया को यूक्रेन से जोड़ने वाले पुल पर विस्फोटक द्वारा हमला किया गया है। इस हमले के परिणामस्वरूप क्रीमिया और यूक्रेन के मुख्य भू-भाग के बीच स्थित संपर्क पुल में आई ध्वस्तता हुई है। यह शंका की जा रही है कि यह हमला क्रीमिया के रास्ते यूक्रेन में दाखिल होने के प्रयास को रोकने के लिए किया गया है। हालांकि, यूक्रेन सरकार ने इस हमले की जिम्मेदारी को नकारा है।विशेषज्ञों के मुताबिक, यूक्रेनी सेना ने इस हमले का जवाबी कार्रवाई की शुरुआत की है। यह खुशकिस्मती के साथ सामने आ रहा है कि रूस ने 2014 में क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था। क्रीमिया में स्थित रूसी सेना क्रांतिकारी खेरसॉन प्रांत तक पहुंचने के लिए चोंगार पुल का उपयोग करती है। ये क्षेत्र यूक्रेन और रूस के बीच लड़ाई और हमलों का केंद्र है, क्योंकि यूक्रेनी सेना क्रीमिया को वापस प्राप्त करने की कोशिश कर रही है। यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया है कि इस युद्ध को समाप्त करने के लिए लगभग 16 महीने के युद्ध के बाद, मॉस्को को क्रीमिया के साथ-साथ पिछले साल के आक्रमण के दौरान कब्जाए गए क्षेत्रों से अपनी सेना को वापस लेनी होगी।यह घटना फ्रांस और ब्रिटेन की क्रूज मिसाइल से हमले की आशंका भी जगाती है। क्रीमिया की संसद के अध्यक्ष व्लादिमीर कोन्स्टेंटिनोव ने बताया है कि पुल में कोई गंभीर क्षति नहीं हुई है और इसे कुछ दिनों में मरम्मत किया जा सकेगा। रूस द्वारा नियुक्त खेरसॉन प्रांत के कब्जे वाले हिस्सों के प्रमुख व्लादिमीर साल्डो ने इस दावे किया है कि हमला फ्रांस और ब्रिटेन द्वारा यूक्रेनी सेना को दी गई क्रूज मिसाइल के जरिए किया गया है। हालांकि, यह दावा स्वतंत्र रूप से सत्यापित नहीं किया गया है। यूक्रेनी अधिकारियों ने पुल पर कोई तुरंत टिप्पणी नहीं की है और आमतौर पर वे ऐसे विशिष्ट हमलों की पुष्टि नहीं करते हैं। जेलेंस्की सेना द्वारा यह कार्रवाई की गई है जिसका उद्देश्य रूसी सेना के संपर्क को तोड़ना है।