कक्षा 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा आयोजित की जा रही हैं। ये परीक्षाएं 22 जून से शुरू हुई हैं और 28 जून तक चलेंगी। इन परीक्षाओं में मुख्य परीक्षा में अनुपस्थित या अनुत्तीर्ण रहने वाले छात्र सम्मिलित हो रहे हैं।
पहली परीक्षा में कई तरह की खामियां उजागर हुईं, जैसे कि मूल्यांकन में गलतियां और रिजल्ट जारी करने में गड़बड़ियां। इसके कारण बच्चे बहुत परेशान हुए। प्रदेश में लगभग 24 लाख छात्र मार्च-अप्रैल में आयोजित होने वाली परीक्षा में शामिल हुए थे। यह परीक्षा 13 साल बाद बोर्ड पैटर्न में ली गई थी, और इसके कारण राज्य शिक्षा केंद्र को इस परीक्षा के रिजल्ट को जारी करने में कई तकनीकी समस्याएं उठानी पड़ीं। कुछ छात्रों का परिणाम शून्य आया था, लेकिन बाद में संशोधित परिणाम जारी किए गए हैं। अब 5वीं और 8वीं के छात्रों के लिए सप्लीमेंट्री परीक्षा आयोजित की जा रही है
पहला पेपर इंदौर में चुनिंदा सेंटर पर हो चुका है।
हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों को 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए केंद्र बनाया गया है। इसलिए, अन्य विद्यालयों में 22 जून से 5वीं और 8वीं कक्षा की विशेष परीक्षा के लिए केंद्र स्थापित किए गए हैं। राज्य शिक्षा केंद्र ने इस परीक्षा का समय सुबह 9 बजे से साढ़े 11 बजे तक निर्धारित किया है। इस परीक्षा में मुख्य परीक्षा में अनुपस्थित और अनुत्तीर्ण रहने वाले छात्र सम्मिलित हो रहे हैं।
यह परीक्षा उन छात्रों को एक मौका देने के लिए है जो 5वीं और 8वीं कक्षा में फेल हुए हैं, अनुपस्थित रहे हैं या सप्लीमेंट्री पाने वाले हैं। इन छात्रों को पूरक परीक्षा की अनुमति है, जिसमें वे विषयवार फेल होने की स्थिति के अनुसार परीक्षा दे सकते हैं। अगर किसी छात्र ने पांचों विषय में फेल हो जाए, तो उसे पांचों विषयों की पूरक परीक्षा देने की अनुमति होगी।