
मंदसौर। शामगढ़ सिविल अस्पताल की महिला चिकित्सक डॉ. शोभा मोरे पर लग रहे आरोपों के बाद अब प्रशासन ने सख्त रुख अपना लिया है। जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गोविंद सिंह चौहान ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान स्पष्ट किया कि डॉ. शोभा मोरे के खिलाफ पहले भी कई शिकायतें आ चुकी हैं l लेकिन लिखित शिकायत नहीं होने के कारण कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी थी। अब, जब लिखित शिकायत मिली है, तो बकायदा जांच कमेटी का गठन कर उचित कार्रवाई की जाएगी। सीएमएचओ ने यह भी कहा कि यदि जांच में डॉ. मोरे दोषी पाई जाती हैं, तो उन पर आवश्यक अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। इसके अलावा, उनकी निजी प्रैक्टिस को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। जल्द ही उनकी प्राइवेट क्लिनिक को बंद कराया जाएगा, ताकि सरकारी अस्पताल में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें।


अन्यत्र होगी अटैचमेंट
सीएमएचओ चौहान ने आगे बताया कि डॉ. शोभा मोरे को जल्द से जल्द अन्यत्र अटैच किया जाएगा, ताकि अस्पताल की व्यवस्थाओं को सही तरीके से संचालित किया जा सके।
आपको बता दें कि शामगढ़ सिविल अस्पताल में महिला चिकित्सकों की नियुक्ति को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा था। स्थानीय लोगों का कहना था कि डॉ. मनोहरी थोलिया जैसी योग्य चिकित्सक पहले से मौजूद हैं, फिर भी डॉ. मोरे को प्राथमिकता दी जा रही थी। अब प्रशासन के इस फैसले से स्थिति में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। अब देखना होगा कि जांच कमेटी कब तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करती है और आगे क्या कार्यवाही होती है।
