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October 10, 2025 3:38 pm

1 अगस्त से बदल जाएंगे UPI के नियम: एक दिन में सिर्फ 50 बार ही चेक कर सकेंगे बैलेंस, ऑटो-पे के समय में भी होगा बदलाव

📍 नई दिल्ली | अपडेट: 28 जुलाई 2025 (KAILASH VISHWAKARMRA)

अगर आप यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) एप्स जैसे PhonePe, Google Pay या Paytm का रोजाना इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। 1 अगस्त 2025 से नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI ट्रांजैक्शन से जुड़े कई अहम बदलाव लागू करने का फैसला किया है, जिससे आपके डिजिटल लेन-देन के तरीकों में बदलाव आएगा।


🔶 क्या हैं 1 अगस्त से लागू होने वाले UPI के नए नियम?

📌 1. बैलेंस चेक करने की लिमिट तय

अब आप एक दिन में किसी भी UPI ऐप से अधिकतम 50 बार ही बैंक बैलेंस चेक कर सकेंगे। इससे अधिक बार बैलेंस देखने की कोशिश करने पर सुविधा अस्थायी रूप से बंद हो जाएगी।

📌 2. ट्रांजैक्शन स्टेटस चेक करने की सीमा

अगर कोई पेमेंट अटक जाए, तो आप उसका स्टेटस केवल 3 बार ही चेक कर पाएंगे और वह भी हर बार कम से कम 90 सेकेंड के अंतराल पर।

📌 3. ऑटो-पेमेंट्स का नया समय निर्धारण

अब EMI, सब्सक्रिप्शन, रिचार्ज जैसे ऑटो-पे ट्रांजैक्शन तय समय स्लॉट में ही होंगे:

  • सुबह 10 बजे से पहले
  • दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे के बीच
  • रात 9:30 बजे के बाद

🔍 यह व्यवस्था पीक ऑवर्स (सुबह 10 से दोपहर 1 और शाम 5 से रात 9:30) में सिस्टम लोड को कम करने के लिए की गई है।


❓ क्यों लाए गए हैं ये बदलाव?

मार्च और अप्रैल 2025 में UPI नेटवर्क में बड़े स्तर पर तकनीकी समस्याएं (outage) आई थीं, जिससे करोड़ों यूजर्स को पेमेंट फेलियर का सामना करना पड़ा।
NPCI का कहना है कि बढ़ते ट्रैफिक और बार-बार बैलेंस/स्टेटस चेक करने से सर्वर पर अनावश्यक लोड पड़ता है। नए नियमों से नेटवर्क की स्थिरता और तेज़ी बढ़ेगी।


👥 सभी UPI यूजर्स पर होंगे ये नियम लागू

चाहे आप कोई भी एप्लिकेशन उपयोग कर रहे हों — PhonePe, Google Pay, Paytm, BHIM आदि — ये सभी पर समान रूप से लागू होंगे
अगर आप दिनभर में बहुत अधिक बैलेंस चेक नहीं करते हैं, तो आपको कोई परेशानी नहीं होगी।


💡 आम यूजर्स को कितना असर पड़ेगा?

  • आम ट्रांजैक्शन और मनी ट्रांसफर पर कोई असर नहीं।
  • अगर आप दिनभर में 10–20 बार ही बैलेंस चेक करते हैं, तो चिंता की कोई बात नहीं।
  • ऑटो-पेमेंट्स निर्धारित समय पर अपने आप हो जाएंगे — आपको कुछ करने की जरूरत नहीं।

💰 ट्रांजैक्शन की रकम की लिमिट में कोई बदलाव नहीं

NPCI ने साफ किया है कि UPI ट्रांजैक्शन लिमिट में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है:

  • सामान्य ट्रांजैक्शन: ₹1 लाख प्रति लेनदेन
  • हेल्थकेयर व एजुकेशन: ₹5 लाख प्रति लेनदेन

📲 यूजर्स को क्या करना है?

कुछ भी नहीं। ये बदलाव अपने आप UPI एप्स में लागू हो जाएंगे
बस आपको इतना ध्यान रखना है कि:

  • दिन में 50 बार से अधिक बैलेंस न चेक करें।
  • बार-बार अटके हुए पेमेंट का स्टेटस तुरंत ना रिफ्रेश करें।
  • ऑटो-पेमेंट्स की टाइमिंग का ध्यान रखें।

🗣️ संपादकीय टिप्पणी:

“डिजिटल इंडिया के युग में जब हर दूसरा व्यक्ति UPI पर निर्भर है, तब NPCI के यह सुधारात्मक कदम सराहनीय हैं। यह बदलाव सिस्टम की विश्वसनीयता और गति को बेहतर बनाएंगे, साथ ही भविष्य में तकनीकी समस्याओं को भी टालेंगे।”


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