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October 10, 2025 9:59 am

ओडिशा के रायगड़ा में अमानवीयता की हद: प्रेमी जोड़े को बैल बनाकर खेत में जोता, ग्रामीणों ने दी तालिबानी सजा

ओडिशा के रायगड़ा में अमानवीयता की हद: प्रेमी जोड़े को बैल बनाकर खेत में जोता, ग्रामीणों ने दी तालिबानी सजा

📍रायगड़ा (ओडिशा), 12 जुलाई 2025 | source dainik bhaskar

ओडिशा के रायगड़ा जिले के कंजामयोजी गांव में एक प्रेमी जोड़े के साथ हुई बर्बरता ने पूरे देश को झकझोर दिया है। आदिवासी बहुल इस गांव में युवक-युवती के प्रेम संबंध की जानकारी मिलते ही समाज ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं। ग्रामीणों ने दोनों को बैल की तरह गले में हल बांधकर खेत में जोतने को मजबूर किया, फिर लाठियों से पीटकर गांव से बाहर निकाल दिया।


🧬 गोत्र विवाद बना उत्पीड़न की वजह

मामले की पड़ताल में सामने आया कि प्रेमी युगल एक ही गोत्र के थे, जो आदिवासी समाज में भाई-बहन माने जाते हैं। इसी कारण गांव के बुजुर्गों ने इसे सामाजिक परंपरा का उल्लंघन मानते हुए सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया।
गांव में पंचायत जैसी एक बैठक बुलाई गई, जिसमें सामूहिक रूप से इस ‘सजा’ को तय किया गया।


🌾 देवी की पूजा कर दिलाई ‘सजा’, फिर खेत में जोता

पीड़ित युवक-युवती को पहले गांव की देवी के मंदिर ले जाया गया, जहां पूजा-अर्चना के बाद उनके गले में हल की रस्सी बांधी गई। इसके बाद उन्हें बैल की तरह खेत में जोता गया, और पूरे गांव के सामने उन्हें अपमानित किया गया।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें ग्रामीण महिलाओं की भागीदारी भी स्पष्ट दिखाई दे रही है।


🪓 लाठी से पीटा, गांव से निकाला, अब लापता

खेत जोतने के बाद ग्रामीणों ने दोनों को लाठियों से बुरी तरह पीटा और गांव से खदेड़ दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना के बाद से प्रेमी युगल का कोई सुराग नहीं है।
स्थानीय प्रशासन भी अभी तक दोनों के ठिकाने का पता नहीं लगा सका है।


👮‍♂️ पुलिस मौके पर, FIR दर्ज की तैयारी

कासिपुर थाने के प्रभारी नीलकंठ बेहेरा ने पुष्टि की कि घटना की जानकारी मिलते ही वे अपनी टीम के साथ कंजामयोजी गांव पहुंचे हैं।
उन्होंने कहा, “पीड़ितों की तलाश की जा रही है और दोषियों की पहचान के लिए वीडियो फुटेज खंगाले जा रहे हैं। मामले में कठोर कार्रवाई की जाएगी।”


🗣️ मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का गुस्सा, सरकार से कार्रवाई की मांग

घटना के सामने आने के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और महिला आयोग से जुड़े संगठनों ने कड़ी नाराजगी जताई है। सोशल मीडिया पर भी इस घटना की कड़ी आलोचना हो रही है।
एक ट्विटर यूजर ने लिखा – “यह 2025 है या 1825? किसी को प्रेम करने की इतनी भयावह सजा कैसे दी जा सकती है?”


🔍 प्रशासनिक निष्क्रियता पर उठे सवाल

स्थानीय प्रशासन की ओर से अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के बावजूद भी पुलिस की ढिलाई और देरी को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
ग्रामीणों द्वारा खुलेआम कानून हाथ में लेने के बावजूद कार्रवाई का अभाव गंभीर चिंता का विषय बन गया है।

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