मंदसौर | 31 जुलाई 2025
मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में नारकोटिक्स विभाग की हिरासत में एक युवक की संदिग्ध मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। मृतक महिपाल सिंह की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसकी मौत का कारण कोरोसिव पॉइजन (तेजाब जैसे जहरीले पदार्थ) बताया गया है। वहीं, परिजनों का गंभीर आरोप है कि महिपाल को पुलिस ने जबरन जहर देकर मारा है।

क्या है पूरा मामला?
23 जुलाई को नारकोटिक्स विंग ने महिपाल सिंह को गिरफ्तार किया था। परिजनों के मुताबिक, अगले दिन यानी 24 जुलाई को सुबह टीआई राकेश चौधरी का फोन आया कि महिपाल को 450 ग्राम एमडी ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया है और उसकी तबीयत बिगड़ गई है। जब परिजन मंदसौर पहुंचे, तो महिपाल मृत अवस्था में मिला।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि महिपाल की मौत कोरोसिव पॉइजन के कारण हुई है, जो शरीर के अंदर घाव कर देता है और आंतरिक अंगों को क्षति पहुंचाता है। यह कोई आम ज़हर नहीं बल्कि एसिड जैसे तत्व होते हैं, जो बेहद खतरनाक होते हैं।
🔍 मुख्य तथ्य:
- पोस्टमॉर्टम में कोरोसिव पॉइजन से मौत की पुष्टि।
- शव परीक्षण के दौरान मुंह, नाक, कान, आंख और यूरीन से खून बह रहा था।
- परिजनों का आरोप – हिरासत में पुलिस द्वारा जबरन जहर दिया गया।
परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप

मृतक महिपाल के चाचा झुझार सिंह ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा:
“महिपाल पुलिस की हिरासत में था, फिर उसके पास जहर कहां से आया? पुलिस ने ही उसे जहर दिया होगा। शुरुआत में डॉक्टरों ने कहा था कि उसे निमोनिया है, लेकिन खून निकलने की हालत निमोनिया में नहीं होती। हमें न्याय चाहिए।”
झुझार सिंह ने पीएम रिपोर्ट मीडिया को दिखाते हुए कहा कि यह स्पष्ट हत्या का मामला है, जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
स्वास्थ्य विभाग की प्रतिक्रिया:
सीएमएचओ डॉ. गोविंद सिंह चौहान ने बताया कि मौत का कारण प्राथमिक तौर पर कोरोसिव पॉइजन बताया गया है, लेकिन अंतिम निष्कर्ष के लिए विसरा रिपोर्ट भेजी गई है। उन्होंने कहा:
“विसरा रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगा कि युवक ने कौन सा विषाक्त पदार्थ लिया था। यह जांच का विषय है कि यह कैसे और कहां से आया।” (source dainik bhaskar)
