रतलाम, 7 दिसंबर 2024:
पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के रतलाम अप यार्ड में रेलवे, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से मॉक ड्रिल का सफल आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपदा के दौरान कम समय में प्रभावी राहत और बचाव कार्य करना था।
मॉक ड्रिल का परिदृश्य:
सुबह 9:05 बजे रेलवे कंट्रोल को सूचना दी गई कि रतलाम अप यार्ड में एक यात्री गाड़ी और मालगाड़ी की टक्कर हो गई है, जिसमें कई यात्री फंसे हुए हैं। सूचना मिलते ही रेलवे की एक्सिडेंट रिलीफ ट्रेन (एआरटी) और एक्सिडेंट रिलीफ मेडिकल इक्विपमेंट (एआरएमई) टीमें निर्धारित समय में घटनास्थल पर पहुंचीं और राहत कार्य शुरू किया।
राहत कार्य में शामिल टीमें:
एनडीआरएफ टीम: कमांडेंट श्री एस.बी. सिकंदर के नेतृत्व में 25 सदस्यीय टीम।
रेलवे टीमें: एआरटी, एआरएमई, डॉक्टर्स, रेलवे सुरक्षा बल, सिविल डिफेंस।
स्थानीय प्रशासन: एसडीआरएफ, सिविल डॉक्टर, पुलिस बल, सीएसपी, नागरिक सुरक्षा समिति, एनसीसी, अग्निशामक दल।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं:
घायलों को सतर्कता और दक्षता के साथ कोच से बाहर निकाला गया।
सीपीआर (Cardiopulmonary Resuscitation) प्रक्रिया का व्यावहारिक प्रशिक्षण एनडीआरएफ द्वारा दिया गया।
सिविल एजेंसियों और रेलवे प्रशासन के बीच बेहतरीन समन्वय दिखा।
महत्वपूर्ण उपस्थिति:
मॉक ड्रिल के दौरान प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे:
कलेक्टर: श्री राजेश बाथम
मंडल रेल प्रबंधक: श्री रजनीश कुमार
पुलिस अधीक्षक: श्री अमित कुमार
वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी: श्री उमा शंकर प्रसाद
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, अन्य वरिष्ठ अधिकारी
कार्यक्रम का उद्देश्य:
आपदा के दौरान कम से कम समय में राहत और बचाव कार्य करना।
विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय को परखना।
आपदा प्रबंधन में नई तकनीकों का अभ्यास।
परिणाम:
राहत और बचाव कार्य समय पर सफलतापूर्वक पूरा हुआ, जिसके बाद इसे मॉक ड्रिल घोषित किया गया। इस आयोजन ने आपदा प्रबंधन में रेलवे और अन्य एजेंसियों की तत्परता को उजागर किया।