📍 इंदौर, 10 जुलाई 2025 | संवाददाता

इंदौर के द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में बुधवार देर रात कानून-व्यवस्था को चुनौती देने वाली एक गंभीर घटना सामने आई है। तेज आवाज में डीजे बजने की सूचना पर कार्रवाई करने पहुंचे हेड कांस्टेबल पर कुछ युवकों ने अचानक डंडे और पत्थरों से हमला कर दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें आरोपी हेड कांस्टेबल को दौड़ा-दौड़ाकर पीटते दिख रहे हैं।
🟥 हेड कांस्टेबल को आई गंभीर चोटें, अस्पताल में भर्ती
घायल हेड कांस्टेबल मुन्नालाल चौहान (निवासी कल्पना नगर), एफआरवी वैन के साथ मौके पर पहुंचे थे, जहां उन्होंने कुछ युवकों को आपस में झगड़ते देखा। समझाइश देने के प्रयास में जब युवक नहीं माने तो मुन्नालाल ने वाहन से डंडा निकालकर स्थिति संभालने की कोशिश की। इसी बीच युवकों ने एकजुट होकर कांस्टेबल पर हमला बोल दिया। हमले में उनके सिर, हाथ और पैरों पर गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
🟥 पुलिस की जवाबी कार्रवाई: लाठीचार्ज कर आरोपियों को पकड़ा
घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी सुशील पटेल भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और हमलावरों पर लाठीचार्ज कर स्थिति पर काबू पाया। मौके से सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों में पीयूष पिता जीतू (ऋषि पैलेस), रोहित पिता करण, पवन पिता रामराज, आकाश, विकास और किशन शामिल हैं।
🟥 हिंदूवादी नेता की कार भी फोड़ी
घटना के दौरान हिंदूवादी नेता पवन शर्मा की कार भी हमलावरों की हिंसा का शिकार बनी। आरोपियों ने पत्थर फेंककर उनकी कार को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। इस संबंध में पवन शर्मा की ओर से अलग से एफआईआर दर्ज की गई है।
🟥 गंभीर धाराओं में मामला दर्ज
पुलिस ने सातों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास), 147, 148, 149 (बलवा), 353 (शासकीय कार्य में बाधा), 427 (संपत्ति को क्षति पहुंचाना) सहित कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। थाना प्रभारी ने बताया कि सभी आरोपियों से पूछताछ जारी है और घटना के पीछे की साजिश की भी जांच की जा रही है।
📌 वीडियो से सनसनी फैल गई
घटना का वीडियो सामने आने के बाद शहरभर में सनसनी फैल गई है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह आरोपियों ने कानून के रखवाले पर हमला कर, पुलिस प्रशासन की छवि को चुनौती दी है। इस घटना से क्षेत्र में तनाव का माहौल है।
🗣️ प्रशासन की चेतावनी
इंदौर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि सरकारी कार्य में बाधा डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। घायल पुलिसकर्मी की हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
🔎 जांच जारी, अन्य आरोपियों की तलाश भी शुरू
पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि हमलावरों को किसी राजनीतिक या बाहरी समर्थन का संरक्षण तो नहीं मिला था। क्षेत्र में सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और इस घटना के सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है।
