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संभल हिंसा: जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में 4 की मौत, शहर में तनावपूर्ण हालात

2 weeks ago 0 15

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई और पुलिस के कई अधिकारियों सहित 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए। तनावपूर्ण हालात को देखते हुए जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं, और अगले 24 घंटे तक सख्त सुरक्षा व्यवस्था लागू कर दी गई है।

घटनाक्रम का विवरण

रविवार सुबह 6:30 बजे डीएम और एसपी के नेतृत्व में एक सर्वे टीम जामा मस्जिद पहुंची थी। इस दौरान बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग विरोध करने के लिए मस्जिद के बाहर इकट्ठा हो गए। देखते ही देखते स्थिति बिगड़ गई और पथराव शुरू हो गया। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लिया।

हिंसा के दौरान उग्र भीड़ ने तीन चारपहिया वाहनों और पांच मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने बताया कि भीड़ ने छतों से पथराव और फायरिंग की। हालात को काबू में करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।

पुलिस और प्रशासन का बयान

मुरादाबाद के कमिश्नर ऑन्जनेय सिंह ने बताया कि इस हिंसा में तीन युवकों की मौत हुई है। मृतकों में नोमान, बिलाल और नईम शामिल हैं। उन्होंने दावा किया कि पुलिस की फायरिंग में कोई मौत नहीं हुई, बल्कि हमलावरों की गोलीबारी में ही युवकों की जान गई।

एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि डीएम और डीआईजी पर भी हमला किया गया। एक पुलिसकर्मी और एसपी के पीआरओ के पैर में गोली लगी है।

अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना पर सुप्रीम कोर्ट से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा कि “सर्वे के नाम पर तनाव फैलाने की साजिश की जा रही है।” उन्होंने इस घटना को लेकर यूपी सरकार और प्रशासन पर निशाना साधते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की।

वर्तमान स्थिति

संभल में हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं, लेकिन तनाव बना हुआ है। पूरे शहर में कर्फ्यू जैसा माहौल है। अतिरिक्त पीएसी बल तैनात कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने 12वीं तक के सभी स्कूलों को 25 नवंबर तक बंद रखने का आदेश दिया है। इसके अलावा, जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं, और बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर एक दिसंबर तक प्रतिबंध लगा दिया गया है।

राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू

घटना ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। अखिलेश यादव ने इसे साजिश करार दिया है, जबकि भाजपा के नेताओं ने इसे प्रशासनिक कार्रवाई के खिलाफ अवांछित प्रतिक्रिया बताया है।

संभल में शांति बहाल करने के लिए प्रशासन सख्त कदम उठा रहा है। पुलिस अब तक हिंसा में शामिल कई लोगों को हिरासत में ले चुकी है और उनकी भूमिका की जांच कर रही है।

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