भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के सिडनी में होने वाले अंतिम टेस्ट से पहले भारतीय क्रिकेट टीम में बड़ा बदलाव हुआ है। कप्तान रोहित शर्मा को इस निर्णायक मैच के लिए आराम दिया गया है। उनकी गैरमौजूदगी में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह टीम की कमान संभालेंगे। यह मुकाबला भारतीय टीम के लिए खास है, क्योंकि सीरीज को बराबरी पर खत्म करने के साथ-साथ ट्रॉफी को अपने पास बनाए रखना टीम का लक्ष्य है।
रोहित शर्मा का चौंकाने वाला फैसला
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, रोहित शर्मा ने मुख्य कोच गौतम गंभीर और मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर से चर्चा के बाद खुद को सिडनी टेस्ट से बाहर रखने का फैसला किया। यह फैसला उस समय आया जब टीम अभ्यास में व्यस्त थी। रोहित ने नेट्स पर थोड़ी देर बल्लेबाजी की लेकिन स्लिप फील्डिंग अभ्यास में हिस्सा नहीं लिया। इस दौरान गंभीर और बुमराह के बीच लंबे समय तक रणनीति को लेकर बातचीत चलती रही।
गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस फैसले पर साफ कुछ नहीं कहा। उन्होंने केवल इतना बताया कि “टीम प्रबंधन पिच को देखकर अंतिम ग्यारह का चयन करेगा।” उनके इस बयान से यह साफ हो गया कि टीम में कुछ बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
शुभमन गिल और केएल राहुल को मौका
रोहित के आराम करने के बाद टीम में शुभमन गिल को तीसरे नंबर पर खेलने का मौका मिलेगा। वहीं, ओपनिंग की जिम्मेदारी केएल राहुल और युवा बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल के कंधों पर होगी। इसके अलावा, चोटिल तेज गेंदबाज आकाश दीप की जगह प्रसिद्ध कृष्णा को अंतिम ग्यारह में शामिल किए जाने की संभावना है।
मदन लाल का समर्थन
1983 विश्व कप विजेता और पूर्व भारतीय क्रिकेटर मदन लाल ने टीम प्रबंधन के इस फैसले की सराहना की। उन्होंने कहा, “यह एक अच्छा निर्णय है। जब कोई खिलाड़ी फॉर्म में नहीं होता, तो उसे आराम देना उसके और टीम दोनों के लिए फायदेमंद होता है।”
मदन लाल का यह बयान रोहित के हाल के प्रदर्शन की ओर इशारा करता है। उन्होंने माना कि कप्तान खुद भी इस निर्णय में शामिल थे और यह फैसला पूरी तरह से टीम के हित में लिया गया है।
बुमराह की कप्तानी पर भरोसा
जसप्रीत बुमराह ने पहले भी सीमित ओवरों में भारतीय टीम की कप्तानी की है। सिडनी टेस्ट उनके लिए एक बड़ा अवसर है, क्योंकि यह न केवल टीम को प्रेरित करने का मौका है, बल्कि अपने नेतृत्व कौशल को साबित करने का भी समय है। गौतम गंभीर ने बुमराह पर भरोसा जताते हुए कहा कि वह परिस्थितियों के अनुसार टीम को अच्छे से संभाल सकते हैं।
सिडनी टेस्ट का महत्व
यह टेस्ट केवल एक मैच से कहीं ज्यादा है। भारतीय टीम सीरीज में 1-2 से पीछे है और इस मैच को जीतकर सीरीज को बराबर करना चाहेगी। अगर भारत यह मैच जीतता है, तो वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को अपने पास बनाए रखने में सफल रहेगा।
टीम के लिए कप्तानी बदलाव और खिलाड़ी संयोजन में बदलाव एक चुनौती हो सकती है। लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम ने अतीत में मुश्किल परिस्थितियों में भी शानदार प्रदर्शन किया है। जसप्रीत बुमराह और अन्य युवा खिलाड़ियों से यही उम्मीद है कि वे टीम को जीत की ओर ले जाएंगे।
सिडनी टेस्ट: फैंस की उम्मीदें
भारतीय क्रिकेट फैंस सिडनी टेस्ट को लेकर उत्साहित हैं। रोहित शर्मा का मैदान से बाहर रहना भले ही एक झटका हो, लेकिन यह टीम के युवा खिलाड़ियों के लिए खुद को साबित करने का मौका भी है। शुभमन गिल और यशस्वी जयसवाल जैसे खिलाड़ी इस मौके का फायदा उठाकर अपनी जगह पक्की कर सकते हैं।
इस टेस्ट में हर खेल प्रेमी की नजरें बुमराह की कप्तानी और भारत के प्रदर्शन पर होंगी। सिडनी में शुक्रवार से शुरू हो रहे इस मुकाबले में भारतीय टीम किस तरह से वापसी करती है, यह देखना रोमांचक होगा।
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