मिचेल मार्श के शानदार कैच की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट में गाबा, ब्रिस्बेन में आखिरकार रवींद्र जडेजा का बहुमूल्य विकेट हासिल किया। सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए जडेजा ने 77 रनों की जुझारू पारी खेली, इससे पहले कि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने उन्हें एक तेज बाउंसर पर आउट कर दिया।
यह घटना भारत की पहली पारी के 66वें ओवर में हुई, जब ऑस्ट्रेलिया को रवींद्र जडेजा को पवेलियन भेजने के लिए किसी की सख्त जरूरत थी, क्योंकि वह भारतीय टीम के लिए शानदार पारी खेल रहे थे। इस ओवर में कमिंस और जडेजा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली, जहां ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने अपनी तेज गेंदबाजी से भारतीय ऑलराउंडर को चुनौती दी। हालांकि, जडेजा ने एक चौका लगाया, लेकिन कमिंस ने अपनी लय वापस पाते हुए एक तेज शॉर्ट गेंद पर उन्हें आउट कर दिया।
कमिंस ने विकेट के बाहर से एक सटीक बाउंसर फेंकी, जिससे जडेजा पुल शॉट खेलने के लिए मजबूर हुए। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने गेंद को सीधे डीप मिड-विकेट की ओर खेला, जहां मिचेल मार्श ने एक शानदार कैच लपक लिया। इस प्रकार, जडेजा, जो अपने शानदार टेस्ट शतक की ओर बढ़ रहे थे, 77 रन बनाकर आउट हो गए।
क्या रवींद्र जडेजा की शानदार पारी भारत को फॉलो-ऑन से बचा पाएगी?
रवींद्र जडेजा, भारत की ओर से तीसरे टेस्ट में केएल राहुल के बाद सबसे बड़े योगदानकर्ता रहे। जहां राहुल ने 84 रनों की शानदार पारी खेली, वहीं जडेजा की 77 रन की संघर्षपूर्ण पारी ने सुनिश्चित किया कि भारत एक मुश्किल मैच में 200 रन के आंकड़े को पार कर सके।
खबर लिखे जाने तक, भारत का स्कोर 232/9 था और फॉलो-ऑन से बचने के लिए टीम को अभी 14 और रन की जरूरत थी, जबकि उनके पास सिर्फ एक विकेट शेष था।