कोटा। सर्दियों के दौरान कोहरे के मौसम में संरक्षित और बाधारहित रेल संचालन सुनिश्चित करने के लिए कोटा मंडल द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत रेल संचालन से जुड़े कर्मचारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं, साथ ही आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है।
फॉग सेफ डिवाइस का वितरण
कोहरे के दौरान लोको पायलटों की मदद के लिए 451 फॉग सेफ डिवाइस उपलब्ध कराए गए हैं। ये उपकरण लोको पायलटों को सिग्नलों की बेहतर पहचान और सुरक्षित संचालन में सहायता प्रदान करते हैं। साथ ही, लोको पायलटों को कोहरे के समय ट्रेनों की गति 60 से 75 किलोमीटर प्रति घंटे तक सीमित रखने या आवश्यकता अनुसार गति कम करने के निर्देश दिए गए हैं।
सिग्नल सुधार और दृश्यता बढ़ाने के उपाय
कोहरे के मौसम में सिग्नलों की बेहतर दृश्यता सुनिश्चित करने के लिए संकेतक बोर्डों को दोबारा पेंट किया गया है और चमकीली पट्टियां लगाई गई हैं। स्टेशन मास्टरों को विजिबिलिटी टेस्ट ऑब्जेक्ट (वीटीओ) का उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे लोको पायलट स्टेशन पास होने की जानकारी प्राप्त कर सकें।
ट्रैक सुरक्षा पर विशेष ध्यान
पटरियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक अल्ट्रासाउंड मशीनों का उपयोग कर उनकी गहन जांच की जा रही है। उन क्षेत्रों में जहां पटरियों के फ्रैक्चर की संभावना अधिक होती है, विशेष कोल्ड वैदर पेट्रोलिंग शुरू की गई है। ट्रैकमैन को सिग्नल चेतावनी के लिए पटाखे दिए गए हैं और उनका उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं।
गति प्रतिबंध और अन्य सावधानियां
कोहरे और ठंड के मौसम को ध्यान में रखते हुए आवश्यकतानुसार रेल खंडों में गति प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा, पटरियों के संभावित खतरनाक क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जा रही है। मंडल का यह अभियान सर्दियों के मौसम में रेल संचालन को सुरक्षित और सुचारू बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आधुनिक तकनीकों और सावधानियों के साथ, यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।