
2014 की शपथ तिथि पर विकास का नया संकल्प 📅
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 26 मई को गुजरात के दाहोद में ₹24,000 करोड़ से अधिक की लागत वाली अनेक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस दिन को विशेष मानते हुए उन्होंने याद किया कि वर्ष 2014 में इसी दिन उन्होंने पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। उन्होंने इसे गुजरात की जनता का आशीर्वाद और समर्थन बताया।


आत्मनिर्भर भारत की ओर तेज़ कदम 🇮🇳🛠️
प्रधानमंत्री ने ज़ोर दिया कि आज 140 करोड़ भारतीय एकजुट होकर विकसित भारत के निर्माण में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता अब समय की मांग है और भारत ने विनिर्माण, निर्यात और तकनीकी क्षेत्र में वैश्विक पहचान बनानी शुरू कर दी है। अब भारत स्मार्टफोन 📱, खिलौने 🧸, ऑटोमोबाइल 🚗 और रक्षा उपकरण तक का सफलतापूर्वक निर्यात कर रहा है।
मेड इन इंडिया: 9000 HP इलेक्ट्रिक इंजन का गौरव 🛤️⚡
इस ऐतिहासिक दिन दाहोद लोकोमोटिव फैक्ट्री से निर्मित देश का पहला 9000 हॉर्सपावर का इलेक्ट्रिक इंजन राष्ट्र को समर्पित किया गया। प्रधानमंत्री ने इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और कहा कि यह इंजन ऊर्जा दक्ष रीजेनेरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम से सुसज्जित है, जो पर्यावरण के लिए लाभकारी होगा 🌱।

रेलवे विद्युतीकरण में गुजरात की शत-प्रतिशत सफलता ⚙️
श्री मोदी ने घोषणा की कि गुजरात ने अपने संपूर्ण रेलवे नेटवर्क का 100% विद्युतीकरण प्राप्त कर लिया है। इसके अलावा, दाहोद और वलसाड के बीच एक नई एक्सप्रेस ट्रेन और अहमदाबाद से वेरावल के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस का भी उद्घाटन किया गया 🚄।
दाहोद से जुड़ी पीएम मोदी की स्मृतियाँ 📍🚴♂️
प्रधानमंत्री ने बताया कि वे अपने युवा दिनों में दाहोद साइकिल से जाया करते थे और यहां के सामाजिक व आर्थिक जीवन से भलीभांति परिचित हैं। मुख्यमंत्री रहते हुए भी उन्होंने इस क्षेत्र के लिए कई अहम निर्णय लिए। दाहोद में आज जो भी प्रगति दिख रही है, वह उसी विज़न का परिणाम है।
युवाओं के लिए रोज़गार और उद्योग का केंद्र 🏭👷♂️
लोकोमोटिव फैक्ट्री से बनने वाले इंजनों पर “दाहोद” अंकित रहेगा। यह उद्योग न केवल युवाओं को हज़ारों प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रोजगार देगा, बल्कि MSME और सप्लाई चेन उद्योगों को भी मज़बूती देगा। इससे दुकानदार, किसान और पशुपालक सभी को लाभ होगा।
गुजरात बन रहा है हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग हब 🛰️🔧
प्रधानमंत्री ने कहा कि दाहोद, गोधरा, वडोदरा, हलोल और कलोल मिलकर अब एक उच्च तकनीक मैन्युफैक्चरिंग कॉरिडोर बना चुके हैं। वडोदरा में एयरबस असेंबली लाइन, गति शक्ति विश्वविद्यालय और सावली में रेल-कोच निर्माण से यह क्षेत्र वैश्विक मानचित्र पर उभर रहा है।
भारत बन रहा रेलवे उत्पादों का वैश्विक निर्यातक 🌍🇮🇳
श्री मोदी ने बताया कि अब भारत इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, सऊदी अरब, फ्रांस जैसे देशों को ट्रेन कोच, मेट्रो कोच और लोकोमोटिव निर्यात कर रहा है। मोज़ाम्बिक और श्रीलंका जैसे देशों में ‘मेड इन इंडिया’ कोच उपयोग हो रहे हैं, जो भारत की निर्माण शक्ति का प्रमाण हैं।
सेमीकंडक्टर और तकनीकी निवेश से युवाओं को लाभ 💻🔋
गुजरात में सेमीकंडक्टर प्लांट जैसे निवेशों से राज्य में लाखों रोजगार सृजित हो रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब सिर्फ मैन्युफैक्चरिंग नहीं, बल्कि इनोवेशन और तकनीकी नेतृत्व की ओर भी तेज़ी से बढ़ रहा है।
