मंदसौर। मंदसौर जिले के पिपलियामंडी में सोमवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जब प्रेमी जोड़े ने कीटनाशक पीकर सुसाइड किया। युवक की पहचान अरुण मेघवाल (23), निवासी मूंदड़ी और युवती की पहचान पवित्रा चौहान (21), निवासी शकरग्राम, नीमच के रूप में हुई। दोनों पिछले एक साल से लिव-इन-रिलेशनशिप में रह रहे थे और सोमवार को अचानक जहर पीने के बाद उनकी मौत हो गई।घटना के बाद परिवारजन और पुलिस अस्पताल पहुंचे, जहां माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया। मृतका के भाई ने बिना अनुमति के अस्पताल से शव उठाकर ले जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने रोक लिया।

कैसे हुआ सुसाइड?
पुलिस और परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक पवित्रा चौहान शनिवार सुबह घर से कॉलेज जाने का कहकर निकली थी, लेकिन दोपहर बाद उसका मोबाइल बंद हो गया। परिवार ने तलाश शुरू की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला।

सोमवार सुबह खबर आई कि पवित्रा अपने प्रेमी अरुण मेघवाल के साथ है और दोनों ने कीटनाशक पी लिया है। दोनों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया।

अस्पताल में हंगामा, भाई शव लेकर भागा
जैसे ही युवती की मौत की खबर परिजन तक पहुंची, वे अस्पताल पहुंचे और हंगामा करने लगे। परिजनों का आरोप था कि अरुण ने ही उनकी बेटी को इस रास्ते पर धकेला।
घटनाक्रम में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब पवित्रा का भाई गुस्से में शव को अस्पताल से उठाकर भागने लगा। परिजन और कुछ दोस्त शव लेकर बाहर निकल गए, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया।
कुछ देर की झूमाझटकी के बाद शव को वापस अस्पताल लाया गया। पुलिस ने परिजनों को समझाया और मामले की जांच का भरोसा दिलाया।
युवक शादीशुदा, फिर भी प्रेमिका के साथ लिव-इन में
पिपलियामंडी चौकी प्रभारी धर्मेश यादव ने बताया कि मृतक अरुण की शादी करीब 4 साल पहले टीना नामक महिला से हो चुकी थी। इसके बावजूद वह पत्नी के साथ नहीं, बल्कि पवित्रा चौहान के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहा था।
दोनों का अफेयर करीब तीन साल से चल रहा था। पिछले एक साल से दोनों किराए पर रहकर साथ जिंदगी बिता रहे थे। हालांकि, युवती समय-समय पर अपने घर भी जाया करती थी।

3 तस्वीरों में घटनाक्रम
- पवित्रा का भाई बहन का शव उठाकर अस्पताल से बाहर ले जा रहा था।
- भाई दौड़ते हुए दोस्तों की मदद से शव लेकर भागने लगा।
- पुलिस ने रोककर शव को वापस अस्पताल में रखवाया।
इन तस्वीरों ने पूरे क्षेत्र में चर्चा छेड़ दी और सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल होने लगीं।
परिजनों का गुस्सा और सवाल
युवती के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। उनका कहना था कि अरुण ने उनकी बेटी को गुमराह किया और शादीशुदा होते हुए भी लिव-इन में रखकर उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी।
परिजनों का आरोप है कि अगर समय रहते युवती को समझाया जाता, तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी। वहीं, पुलिस ने मामले में विवेचना शुरू कर दी है और दोनों के मोबाइल कॉल डिटेल खंगाले जा रहे हैं।
समाज में उठ रहे सवाल
इस घटना ने समाज में कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
- क्या लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वाले युवक-युवती सामाजिक दबाव झेल नहीं पाते?
- क्या पारिवारिक असहमति और समाज की नाराजगी ऐसे हादसों को जन्म देती है?
- युवाओं में मानसिक स्वास्थ्य और संवाद की कमी कितनी खतरनाक साबित हो रही है?
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में परिवार और समाज को संवाद और सहयोग की भूमिका निभानी चाहिए, ताकि युवा इस तरह के कदम उठाने से बचें।
पुलिस की जांच जारी
पिपलियामंडी पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। चौकी प्रभारी धर्मेश यादव के अनुसार, दोनों की मौत जहर पीने से हुई है। हालांकि, पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई करेगी।
फिलहाल, पुलिस युवती के भाई और परिजनों के बयान दर्ज कर रही है। साथ ही अरुण और पवित्रा के मोबाइल से जानकारी जुटाई जा रही है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि आखिर किन परिस्थितियों में दोनों ने सुसाइड जैसा कदम उठाया।
