मंदसौर पुलिस थाना दलौदा ने अंतर्राज्यीय मादक पदार्थ तस्करों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 158 किलोग्राम अवैध डोडाचूरा जब्त किया है। पुलिस ने इस कार्रवाई में दो तस्करों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो आरोपी अब भी फरार हैं। जप्तशुदा माल की कीमत करीब 6 लाख 32 हजार रुपये आंकी गई है। इसके साथ ही पुलिस ने एक हुंडई क्रेटा कार और एक हुंडई एक्सेंट कार भी जब्त की है।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक मंदसौर विनोद कुमार मीणा के निर्देश पर अति पुलिस अधीक्षक तेर सिंह बघेल और एसडीओपी कीर्ति बघेल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी दलौदा मनोज गर्ग व उनकी टीम द्वारा की गई।


मुखबिर की सूचना पर मंडी क्षेत्र में घेरा
दिनांक 07 सितंबर 2025 को मंदसौर पुलिस थाना दलौदा में पदस्थ सहायक उपनिरीक्षक युसुफ मंसूरी को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि राजस्थान से आने वाले कुछ अंतर्राज्यीय तस्कर डोडाचूरा लेकर क्रेटा कार से मप्र की ओर बढ़ रहे हैं। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी मनोज गर्ग ने टीम तैयार की और भावगढ़-दलौदा रोड के एलची कच्चे रास्ते पर नाकाबंदी की गई।
थोड़ी ही देर में संदिग्ध हुंडई क्रेटा कार क्रमांक HR 21 R 8763 मौके पर पहुंची। पुलिस ने कार को रोका और NDPS एक्ट के प्रावधानों के तहत तलाशी ली।
9 कट्टों में छुपाकर रखे थे 158 किलो डोडाचूरा
तलाशी के दौरान पुलिस को कार के अंदर 9 काले रंग के प्लास्टिक के कट्टे मिले। जांच में इन कट्टों से 158 किलोग्राम डोडाचूरा बरामद हुआ। मौके पर मौजूद आरोपी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इसके बाद दोनों तस्करों को हिरासत में ले लिया गया और डोडाचूरा सहित कार को जब्त कर लिया गया।
जप्तशुदा अवैध मादक पदार्थ की कीमत लगभग 6,32,000 रुपये आंकी गई है। इसके अलावा पुलिस ने कार की कीमत करीब 15 लाख रुपये बताई है।
गिरफ्तार आरोपी
- चन्द्रशेखर उर्फ शेखर विश्नोई पिता ब्रजलाल, उम्र 23 वर्ष, निवासी भेड़, जिला नागौर (राजस्थान)।
- बजरंग विश्नोई पिता मुलतानाराम, उम्र 21 वर्ष, निवासी नोखड़ा भाटिया, जिला जोधपुर (राजस्थान)।
फरार आरोपी
- महेश पाटीदार, निवासी पटेला, थाना दलौदा, जिला मंदसौर (मप्र)।
- गणपत विश्नोई, निवासी डोम्बिवली, कल्याण, मुंबई (महाराष्ट्र)।
पुलिस ने फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है और उनकी भूमिका की गहन जांच की जा रही है।
जप्तशुदा माल
- 158 किलोग्राम अवैध डोडाचूरा – कीमत लगभग ₹6,32,000
- हुंडई क्रेटा कार (काले रंग की) – कीमत लगभग ₹15 लाख
- हुंडई एक्सेंट कार (सिल्वर रंग की) – कीमत लगभग ₹4 लाख
NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज
इस पूरी कार्रवाई के बाद मंदसौर पुलिस थाना दलौदा में अपराध क्रमांक 359/25 पंजीबद्ध किया गया है। आरोपियों पर धारा 8/15 एवं 29 NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है कि यह अवैध मादक पदार्थ कहां से लाया गया और कहां सप्लाई किया जाना था।
पुलिस की टीम का सराहनीय योगदान
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी मनोज गर्ग और उनकी टीम की अहम भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मीणा ने टीम की सराहना करते हुए कहा कि जिले में किसी भी कीमत पर मादक पदार्थ तस्करी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अंतर्राज्यीय नेटवर्क की जांच जारी
प्रारंभिक पूछताछ में यह सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपी राजस्थान और मध्यप्रदेश के बीच डोडाचूरा की अवैध सप्लाई में सक्रिय थे। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि इनके तार किन बड़े नेटवर्क से जुड़े हैं।
फरार आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस ने राजस्थान और महाराष्ट्र में भी टीमें भेजी हैं। संभावना जताई जा रही है कि यह गिरोह लंबे समय से प्रदेश की सीमाओं पर सक्रिय है।
मंदसौर और डोडाचूरा तस्करी का संबंध
मंदसौर जिला लंबे समय से डोडाचूरा तस्करी का गढ़ माना जाता है। भौगोलिक स्थिति और राजस्थान की सीमाओं से सटे होने के कारण यहां तस्करी के कई मामले लगातार सामने आते रहे हैं।
मंदसौर पुलिस थाना दलौदा की इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया कि पुलिस प्रशासन मादक पदार्थ तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए सतर्क और सक्रिय है।
किसानों और युवाओं को नुकसान
डोडाचूरा और अफीम के अवैध व्यापार से न केवल राज्य की छवि धूमिल होती है बल्कि इसका सीधा असर किसानों और युवाओं पर पड़ता है। पुलिस के अनुसार, इस तस्करी से नशे का प्रचलन बढ़ता है और समाज का संतुलन बिगड़ता है।
आगे की रणनीति
मंदसौर पुलिस थाना दलौदा ने साफ कर दिया है कि जिले में अब किसी भी तरह की अवैध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस लगातार मुखबिर तंत्र को सक्रिय रख रही है और सीमा क्षेत्रों पर विशेष निगरानी बढ़ाई जा रही है।
एसपी विनोद कुमार मीणा ने आम जनता से भी अपील की है कि यदि कहीं मादक पदार्थ की तस्करी या भंडारण की सूचना हो तो तुरंत पुलिस को अवगत कराएं।
निष्कर्ष
मंदसौर पुलिस थाना दलौदा की यह कार्रवाई न केवल बड़ी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ की जब्ती है बल्कि यह अपराधियों को सख्त संदेश भी है। दो तस्करों की गिरफ्तारी और 158 किलोग्राम डोडाचूरा की जब्ती से पुलिस की कार्यशैली पर विश्वास मजबूत हुआ है। अब देखने वाली बात यह होगी कि फरार आरोपी कब तक पकड़े जाते हैं और इस नेटवर्क की गुत्थी कितनी जल्दी सुलझती है।
