13 ट्रेनों का प्रायोगिक ठहराव और बीना-गुना मेमू गाड़ी विस्तार: यात्रियों को राहत और विकास का नया कदम
जबलपुर, 10 जनवरी।
हर यात्रा का उद्देश्य होता है लोगों को जोड़ना, और जब यह यात्रा सुलभ हो जाए, तो इसका आनंद दोगुना हो जाता है। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए, केंद्रीय संचार एवं उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने आज अशोकनगर रेलवे स्टेशन से यह पहल न केवल क्षेत्रीय यात्रियों के लिए एक राहत लेकर आई है, बल्कि यह एक ऐसा कदम है, जो यात्रा को अधिक सुलभ, किफायती और आरामदायक बना देगा। मंत्री जी ने हरी झंडी दिखाकर इन सेवाओं का शुभारंभ किया, जिससे स्टेशन पर मौजूद हर किसी के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी।
एक समारोह जो सादगी और गर्व से भरपूर था
अशोकनगर रेलवे स्टेशन पर आयोजित इस कार्यक्रम में माहौल उत्साहपूर्ण था। रेलवे अधिकारियों, स्थानीय नेताओं और आम नागरिकों ने इस अवसर पर एकत्र होकर नई शुरुआत का जश्न मनाया। मंत्री जी ने अपने भाषण में कहा, “यात्रा के दौरान लगने वाला समय और सुविधा किसी भी क्षेत्र की प्रगति का आधार होता है। यह कदम क्षेत्रीय विकास और लोगों के जीवन को आसान बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।”
इस आयोजन में स्थानीय प्रतिनिधि भी मौजूद थे, जैसे श्री ब्रजेंद्र यादव (विधायक, मुंगावली), श्री जजपाल सिंह (पूर्व विधायक, अशोकनगर), और श्री अजय यादव (जिला पंचायत अध्यक्ष)। इन सभी ने रेलवे के इस कदम की सराहना की और इसे क्षेत्र के विकास में एक मील का पत्थर बताया।
13 ट्रेनों का ठहराव: यात्रियों के लिए वरदान
रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए 13 ट्रेनों के प्रायोगिक ठहराव की घोषणा की। आइए जानें, ये ठहराव कब और कहां होगा:
- विशाखापट्टनम-भगत की कोठी एक्सप्रेस
- हर शुक्रवार, अशोकनगर स्टेशन, सुबह 4:28 बजे आगमन और 4:30 बजे प्रस्थान।
- सूरत-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस
- हर शुक्रवार, मुंगावली स्टेशन, रात 10:18 बजे आगमन और 10:20 बजे प्रस्थान।
- उदयपुर-शालीमार एक्सप्रेस
- हर शनिवार, मुंगावली स्टेशन, सुबह 10:43 बजे आगमन और 10:45 बजे प्रस्थान।
- दौंड-ग्वालियर सुपरफास्ट एक्सप्रेस
- हर शनिवार, बदरवास स्टेशन, शाम 7:18 बजे आगमन और 7:20 बजे प्रस्थान।
- भगत की कोठी-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस
- हर रविवार, अशोकनगर स्टेशन, सुबह 9:46 बजे आगमन और 9:48 बजे प्रस्थान।
- तिरुचिरापल्ली-भगत की कोठी एक्सप्रेस
- हर रविवार, मुंगावली स्टेशन, शाम 4:18 बजे आगमन और 4:20 बजे प्रस्थान।
- मुजफ्फरपुर-सूरत एक्सप्रेस
- हर सोमवार, मुंगावली स्टेशन, रात 12:25 बजे आगमन और 12:27 बजे प्रस्थान।
- शालीमार-उदयपुर एक्सप्रेस
- हर सोमवार, मुंगावली स्टेशन, शाम 6:10 बजे आगमन और 6:12 बजे प्रस्थान।
- दौंड-ग्वालियर सुपरफास्ट एक्सप्रेस
- हर सोमवार, बदरवास स्टेशन, रात 9:04 बजे आगमन और 9:06 बजे प्रस्थान।
- दुर्ग-अजमेर एक्सप्रेस
- हर मंगलवार, मुंगावली स्टेशन, सुबह 5:23 बजे आगमन और 5:25 बजे प्रस्थान।
- उधना-वाराणसी सुपरफास्ट एक्सप्रेस
- हर मंगलवार, बदरवास स्टेशन, रात 9:04 बजे आगमन और 9:06 बजे प्रस्थान।
- अजमेर-दुर्ग एक्सप्रेस
- हर बुधवार, मुंगावली स्टेशन, सुबह 6:12 बजे आगमन और 6:14 बजे प्रस्थान।
- वाराणसी-उधना सुपरफास्ट एक्सप्रेस
- हर गुरुवार, बदरवास स्टेशन, सुबह 6:35 बजे आगमन और 6:37 बजे प्रस्थान।
बीना-गुना मेमू गाड़ी का विस्तार: रुठियाई तक सेवा
रेलवे ने बीना-गुना मेमू स्पेशल ट्रेन को रुठियाई स्टेशन तक विस्तारित कर दिया है। इसका नया समय इस प्रकार है:
- 61611 बीना-रुठियाई मेमू स्पेशल
- रुठियाई पहुंचने का समय: सुबह 8:55 बजे।
- 61612 रुठियाई-बीना मेमू स्पेशल
- रुठियाई से प्रस्थान का समय: सुबह 9:45 बजे।
यह विस्तार क्षेत्रीय यात्रियों के लिए बेहद सुविधाजनक होगा, खासकर उन लोगों के लिए जो नियमित रूप से इस मार्ग पर यात्रा करते हैं।
क्या बदल जाएगा इस कदम से?
रेलवे की यह नई पहल केवल यात्रा को सुगम बनाने तक सीमित नहीं है। यह क्षेत्रीय संपर्क और विकास को एक नई दिशा देने वाला कदम है। यात्री अब अधिक विकल्पों के साथ अपनी यात्रा की योजना बना सकते हैं। व्यापारियों और स्थानीय उद्योगों को भी इससे लाभ होगा, क्योंकि बेहतर कनेक्टिविटी का सीधा असर व्यापार पर पड़ता है।
रेलवे प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि इन नई सेवाओं से यात्रियों को अधिकतम लाभ मिले। यह बदलाव एक और संकेत है कि रेलवे यात्रियों की जरूरतों को समझकर अपनी सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में लगातार प्रयासरत है।
यात्रियों के लिए नई उम्मीदें
इस कदम ने यात्रियों के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी है। “यह वास्तव में एक स्वागत योग्य कदम है,” अशोकनगर के एक यात्री ने कहा। “अब हमें अधिक ट्रेनों की सुविधा मिलेगी, और यात्रा पहले से कहीं अधिक आसान हो जाएगी।”
रेलवे के इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि यात्रा अब केवल मंजिल तक पहुंचने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह लोगों और अवसरों को जोड़ने का जरिया बन चुकी है। 13 ट्रेनों का प्रायोगिक ठहराव और बीना-गुना मेमू गाड़ी का विस्तार इसी दिशा में एक और मजबूत कदम है।
जनसम्पर्क विभाग
पश्चिम मध्य रेल, जबलपुर