तेहरान/तेल अवीव, 01 अक्टूबर 2024 – ईरान ने मंगलवार देर रात 10 बजे इजराइल पर रॉकेट से हमला किया, जिससे क्षेत्रीय तनाव और युद्ध की आशंका बढ़ गई है। अमेरिका ने पहले ही चेतावनी दी थी कि ईरान बैलिस्टिक मिसाइल के जरिए हमला कर सकता है। अमेरिकी न्यूज एजेंसी AP के अनुसार, अमेरिका ने ईरान को गंभीर नतीजों के लिए तैयार रहने को कहा है।
उधर, न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) ने तीन इजराइली अधिकारियों के हवाले से दावा किया है कि ईरान इजराइल के तीन एयर बेस और तेल अवीव स्थित इंटेलीजेंस हेडक्वार्टर को निशाना बना सकता है, जिसके चलते इन स्थानों को खाली करा लिया गया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इजराइल और ईरान के बीच युद्ध की आशंका लगातार बढ़ रही है। इससे पहले, अप्रैल में भी ईरान ने इजराइल पर 300 मिसाइल और ड्रोन से हमला किया था, जिसमें बैलिस्टिक मिसाइलों को इजराइल पहुंचने में मात्र 12 मिनट लगे थे।
हिजबुल्लाह ने इजराइल के लेबनान में ग्राउंड ऑपरेशन की बात को नकारा
इस बीच, हिजबुल्लाह ने इजराइल के लेबनान में ग्राउंड ऑपरेशन की खबरों को खारिज कर दिया है। हिजबुल्लाह के मीडिया अधिकारी मुहम्मद अफीफ ने कहा, “यह पूरी तरह झूठ है। अब तक हमारी लड़ाकों के साथ कोई मुठभेड़ नहीं हुई है।” उन्होंने कहा कि अगर इजराइली सेना लेबनान में घुसने की कोशिश करती है तो उनके लड़ाके जवाब देने के लिए तैयार हैं।
इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने दावा किया था कि उन्होंने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए सीमित ग्राउंड ऑपरेशन शुरू किया है। IDF के अनुसार, यह अभियान सीमा से सटे गांवों में चलाया जा रहा है, जहां से हिजबुल्लाह के लड़ाके इजराइल पर हमला करते हैं।
AP के मुताबिक, साल 2006 के बाद यह पहली बार है जब इजराइली सेना लेबनान में घुसी है। तब इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच 33 दिनों तक संघर्ष चला था, जिसमें 1100 से ज्यादा लेबनानी और 165 इजराइली मारे गए थे।
IDF ने इस ऑपरेशन से जुड़ी तस्वीरें भी जारी की हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि क्षेत्र में स्थिति गंभीर होती जा रही है।
Source दैनिक भास्कर