शामगढ़, 15 अक्टूबर: नगर परिषद शामगढ़ के दरोगा, सुनील, ने आज अपनी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा का एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया, जिस पर पूरे नगर परिषद को गर्व है। उन्होंने एक ऐसा कार्य किया जिसने न केवल नागरिकों के बीच पुलिस और नगर परिषद की साख को और मजबूत किया बल्कि मानवता और नैतिकता की भी मिसाल कायम की।
घटना की जानकारी के अनुसार, स्थानीय मार्केट में खरीदारी के दौरान एक महिला का बैग गिर गया था, जिसमें लगभग 10,000 रुपये नकद के साथ डेढ़ से दो लाख रुपये मूल्य का सोना और चांदी भी था। महिला को इस बात का ध्यान तब आया जब वह अपने गंतव्य पर पहुंची। इस बीच, दरोगा श्री सुनील को यह बैग मिला। बिना किसी लालच या विलंब के, उन्होंने तत्परता दिखाते हुए बैग को नजदीकी थाने में जमा करा दिया।
जब महिला अपने बैग के खोने की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थाने पहुंची, तब थाना प्रभारी ने पहले से जमा कराए गए बैग की जानकारी दी। महिला को अपना बैग सुरक्षित पाकर बेहद खुशी और राहत महसूस हुई। उसकी आँखों में खुशी के आंसू छलक पड़े और उसने नगर परिषद और पुलिस का बार-बार धन्यवाद किया।
थाना प्रभारी ने तुरंत दरोगा श्री सुनील को वापस थाने बुलाया, और उनकी मौजूदगी में महिला को उसका बैग सौंपा गया। इस घटना से नगर के लोगों के बीच एक सकारात्मक संदेश गया है कि ईमानदारी और निष्ठा अभी भी हमारे समाज में मौजूद हैं और नगर परिषद शामगढ़ के दरोगा ने इसे बखूबी साबित किया है।
नगर परिषद के प्रमुख और अन्य अधिकारी भी श्री सुनील की ईमानदारी की तारीफ करते हुए उन्हें धन्यवाद और साधुवाद देने से पीछे नहीं रहे। उनके इस आदर्श व्यवहार से न केवल महिला की संपत्ति सुरक्षित लौटी, बल्कि पूरे नगर में एक सकारात्मक माहौल का निर्माण हुआ है।
“ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा का ऐसा उदाहरण बिरला ही देखने को मिलता है,” नगर परिषद के एक अधिकारी ने कहा। “श्री सुनील पर हमें गर्व है और यह घटना पूरे विभाग के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।”
श्री सुनील का यह कार्य उन सभी के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है जो ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा को सर्वोपरि मानते हैं।