31 अक्टूबर 2024( कैलाश विश्वकर्मा)
अक्टूबर 2024 में, भारत और चीन ने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के किनारे तनावपूर्ण क्षेत्रों, खासकर देपसांग और डेमचोक में तैनात सैनिकों को हटाने पर सहमति जताई। यह समझौता 2020 में गलवान घाटी में हुए संघर्ष के बाद से दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
समझौते के तहत दोनों देशों ने अस्थायी ढांचों जैसे तंबू और बंकर को हटाने और सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया शुरू की है। भारतीय सैनिक चार्डिंग नाला के पश्चिम में अपने स्थान पर वापस लौट रहे हैं, जबकि चीनी सैनिक पूर्व की ओर हट रहे हैं। इस प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए दोनों पक्षों के स्थानीय कमांडरों के बीच दैनिक हॉटलाइन संपर्क और निर्धारित बैठकों के माध्यम से समन्वय किया जा रहा है। इस पूरी प्रक्रिया के बाद, दोनों देश सामूहिक गश्त शुरू करेंगे ताकि समझौते के पालन और स्थिरता को सुनिश्चित किया जा सके।
यह कूटनीतिक सफलता भारत और चीन के बीच संबंधों को सामान्य करने के प्रयासों का हिस्सा है, जो सीमा पर लंबे समय से चले आ रहे विवादों और सैन्य तैनाती के कारण प्रभावित हुए थे। इस पहल से उम्मीद है कि यह अन्य सीमा संबंधी मुद्दों के समाधान की दिशा में भी मार्ग प्रशस्त करेगा।
